शिद्दत से शिक्षा का दीप जला रहे सत्येंद्र सिंह

आलोक रंजन, टिकारी शिद्दत से शिक्षा का दीप जला रहे शिक्षक सत्येंद्र सिंह चंद्र को देखकर ह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 Sep 2018 07:43 PM (IST) Updated:Sun, 02 Sep 2018 07:43 PM (IST)
शिद्दत से शिक्षा का दीप जला रहे सत्येंद्र सिंह
शिद्दत से शिक्षा का दीप जला रहे सत्येंद्र सिंह

आलोक रंजन, टिकारी

शिद्दत से शिक्षा का दीप जला रहे शिक्षक सत्येंद्र सिंह चंद्र को देखकर हर कोई अपने देश पर नाज कर सकता है। ज्ञानोदय का बीड़ा जो उन्होंने उठाया है, उसकी चर्चा हरेक की जुबान पर है। प्रखंड के खैर स्थित मध्य विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य सत्येन्द्र सिंह चंद्र उर्फ श्री चंद्र का सपना यही है कि विद्यालय के बच्चे यहां से जब पढ़ लिखकर जाएं तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर नाम रोशन करें। वह प्रधानाध्यापक के पद का कर्तव्य निर्वहन करते हुए यहां से पढ़ाई पूरी कर आगे की कक्षाओं में सफलता के लिए इच्छुक छात्रों को अलग से निश्शुल्क शिक्षा भी देते आ रहे हैं।

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सफलता की कहानी

राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में विद्यालय के छात्र लगातार तीन वर्षो से मगध प्रमंडल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वर्ष 2016 में गंगा कुमारी द्वितीय स्थान हासिल की। वर्ष 2017 में रामपुकार गुप्ता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस वर्ष 7 सितंबर को आयोजित होने वाली विज्ञान संगोष्ठी में काजल कुमारी मगध प्रमंडल का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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बच्चों को लक्ष्य तक

पहुंचाने की दृढ़ता

वर्ष 2013 के मई में सत्येंद्र सिंह चंद्र इस विद्यालय में योगदान दिए। मेधावी छात्रों को सही मार्गदर्शन कराते हुए राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भेजने व सफलता दिलाने का श्रेय इन्हीं को जाता है। बच्चों की इस सफलता में विद्यालय के शिक्षक नीरज कुमार आजाद, पवन कुमार, मनीष कुमार के अहम योगदान को भी नहीं भूलते।

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प्रतिभाओं में निखार

श्री चंद्र के मार्गदर्शन में यहां बच्चों का राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति में चयन हुआ। राज्य स्तरीय तरंग प्रतियोगिता, शिक्षक दिवस समारोह, कहानी व गद्य लेखन में छात्र हुए शामिल होकर गुरु का मान बढ़ाया। वर्ष 2016 के स्वतंत्रता दिवस समारोह पर आयोजित जिलास्तरीय भाषण प्रतियोगिता में दीपा कुमारी को तृतीय स्थान मिला। वर्ष 2016 के जिला स्तरीय प्रतियोगिता में गंगा कुमारी प्रथम स्थान पाकर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई।

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छात्रों ने रखा मान

छात्रों ने रखा गुरु जी का मान रखते हुए जिला स्तरीय चित्रकला एवं कविता लेखन, दौड़, संगीत, शब्दावली आदि प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन किया।

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विद्यालय में शुरू

की गई योजनाएं

प्रधानाध्यापक श्री चंद्र ने विद्यालय में पुस्तकालय बनवाए। बच्चियों के लिए मेरी बेटी पढे़गी, सबसे आगे बढ़ेगी योजना की शुरुआत की। उत्तीर्ण छात्राओं के उच्च शिक्षा के लिए निश्शुल्क शिक्षण की व्यवस्था दी। सुमति सम्मान, अनाथ छात्रों के लिए आर्थिक सहयोग, अन्नपूर्णा सम्मान, रसोइयों को वार्षिकोत्सव के मौके पर सम्मानित करना, विद्यालय में समय समय पर कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों की प्रतिभा का सम्मान देना, अभिभावकों से निरंतर संवाद कर बच्चों के बेहतर शैक्षणिक भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने जैसे कई कार्य किए।

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