सासाराम में टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान चलाएगा स्वस्थ्य विभाग, ऐसे पहचानें इस रोग के लक्षण

देश से 2025 तक टीबी उन्मूलन के लिए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अब रोहतास जिला विशेष अभियान चला लोगों को जागरूक करेगा। मार्च महीने को जन आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा। केयर इंडिया की टीम इसमें सहयोग भी करेगी।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 10:55 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 10:55 AM (IST)
सासाराम में टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान चलाएगा स्वस्थ्य विभाग, ऐसे पहचानें इस रोग के लक्षण
जागरुकता अभियान चलाकर टीबी को भगाने की तैयारी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, सासाराम। देश से 2025 तक टीबी उन्मूलन के लिए निर्धारित लक्ष्य की  प्राप्ति के लिए अब रोहतास जिला विशेष अभियान चला लोगों को जागरूक करेगा। मार्च महीने को जन आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा। इसको लेकर सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी संचारी रोग ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।

जारी पत्र में कहा गया है कि टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए। जिसके तहत प्रखंड स्तर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। केयर इंडिया की टीम इसमें सहयोग भी करेगी।

धर्म गुरु फैलाएंगे जागरुकता

प्रतिवर्ष 24 मार्च को विश्व यक्ष्मा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार सहयोगी संस्था केयर इंडिया के द्वारा सभी प्रखंड मुख्यालयों में सहयोग किया जाएगा। इसके तहत टीबी पेशेंट सपोर्ट ग्रुप मीटिंग के माध्यम से जनप्रतिनिधि, धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों, टीबी चैंपियन, ट्रीटमेंट सपोर्टर, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के बीच राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध सुविधाओं, निक्षय पोषण योजना आदि  विषय पर व्यापक जानकारी दी  जाएगी । कार्यक्रम के लिए केयर इंडिया के जिला प्रतिनिधि के द्वारा रोस्टर भी तैयार किया जाएगा।

वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य

जन-आंदोलन अभियान के तहत प्रखंडस्तर पर टीबी पेशेंट सपोर्ट ग्रुप मीटिंग के माध्यम से जनप्रतिनिधि, धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों, टीबी चैंपियन, ट्रीटमेंट सपोर्टर, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) रोगी की पहचान के विषय में जानकारी दी जाएगी, ताकि यह लोग जल्द ही टीबी के लक्षणों को पहचान कर रोगी को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में भेज सकें।ऐसा करके टीबी के रोगी का जल्द से जल्द उपचार शुरू किया जा सकेगा। सरकारी अस्पतालों में टीबी के संभावित रोगियों की स्क्रीनिंग भी की जाती है। जांच के बाद रोगियों का निशुल्क उपचार किया जाता है। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज

जिले के सभी प्रखंडों में प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है। जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।

टीबी के लक्षण

-    लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना

-    खांसी के साथ खून का आना

-    छाती में दर्द और सांस का फूलना

-    वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना

-    शाम को बुखार का आना और ठंड लगना

-    रात में पसीना आना

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