गया में हादसा और हत्या पर संशय, पानी भरे गड्ढे में मिली युवक की लाश, मौत का कारण तलाश रही पुलिस
पथरौर गांव में शुक्रवार अहले सुबह बड़ी दुर्घटना घटी। जिसमें गांव से उतर पूर्व दिशा में शौच के लिए गए युवक का शव पइन में गिरा मिला। महज तीन फीट पानी में युवक का शव मिलने से ग्रामीणों में संशय की स्थिति बनी हुई है।
संवाद सूत्र, परैया (गया)। थाना क्षेत्र के पथरौर गांव में शुक्रवार अहले सुबह बड़ी दुर्घटना घटी। जिसमें गांव से उतर पूर्व दिशा में शौच के लिए गए युवक का शव पइन में गिरा मिला। महज तीन फीट पानी में युवक का शव मिलने से ग्रामीणों में संशय की स्थिति बनी हुई है। आखिर इतने कम पानी में कोई डूबकर कैसे मर सकता है यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है। शव मिलने की सूचना के बाद स्वजनों व ग्रामीणों की भीड़ घटना स्थल पहुंची जहां से शव को युवक के घर लाया गया।
मृत युवक की पहचान 40 वर्षीय सुधीर शर्मा पिता रामबली शर्मा से हुई है। जिसके अचानक निधन से पत्नी सरिता देवी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक की तीन पुत्री व एक पुत्र है। सभी अभी पढाई कर रहे है। घटना के बाद निवर्तमान जिला परिषद पति नरेश प्रसाद ने मृतक के स्वजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। वहीं मंझियावां पैक्स अध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ पप्पू जी ने पीड़ितों से मिलकर सहयोग का आश्वासन दिया। वहीं मृत किसान को सरकार के आपदा राहत से सहायता राशि दिलवाने के लिए पदाधिकारियों से फोन पर बात भी की। जिसके बाद शव का दाह संस्कार स्थानीय मोरहर नदी घाट पर किया गया।
हैरात की बात है कि थाना पुलिस ने संशय को दूर करने के लिए विधि-विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की मदद नहीं ली। पुलिस मुख्यालय का स्पष्ट आदेश है कि वैसे मामले जिसमें कयासों की लड़ी लगी जाए या द्वंद की स्थिति उत्पन्न हो रही है, उन कांडों के उद्भेदन में एफएसएल का सहयोग लिया जाना चाहिए, ताकि जांच में देर न हो। लेकिन, पुलिस एफएसएल को बुलाने की फजीहत नहीं करना चाहती। पुलिस के अनुसंधान से स्वजन संतुष्ट नहीं हो पाते हैं और यही कारण है कि लंबित मामलों की फाइलें बढ़ती चली जाती हैं।