गया शहर और आसपास के 25 गिरोह के गुर्गे की गिरफ्तारी करने को बनी रणनीति
गया एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि शहर और आसपास प्रखंड में 25 गिरोह को चिह्नित किया गया है। जो चोरी लूट डकैती छिनतई व हत्या जैसे संगीन वारदात कर रहे हैं। गिरोह के सदस्यों को इस माह जेल तक पहुंचाने के लिए मिशन शुरु किया गया है।
गया, जागरण संवाददाता। गया शहर और आसपास प्रखंडों में चोरी, लूट, डकैती, छिनतई व हत्या जैसे संगीन मामले बढ़े है। इन वारदात को गिरोह बनाकर अंजाम दिया जाता है। प्रत्येक गिरोह में चार से पांच और बड़े गिरोह में 10 से 15 लोग होते हैं। गिरोह के गुर्गे ने गया पुलिस को काफी परेशान कर रखा है। इन गिरोह के सरगना और गुर्गे को पकडऩे के लिए रणनीति तैयार की गई है।
इसकी जानकारी देते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि गया शहर और आसपास प्रखंड में 25 गिरोह को चिह्नित किया गया है। जो शातिर है। वैसे गिरोह के गुर्गे को पकडऩे के लिए रणनीति तैयार की गई है। ताकि जिले में अमन-चैन रह सके। उन्होंने बताया कि गिरोह से जुड़े लोग चोरी, लूट, छिनतई व हत्या जैसे वारदात को अंजाम देते हैं। वैसे शातिरों पर पुलिस का शिकंजा कसने वाला है। नगर पुलिस अधीक्षक, एएसपी व डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। जो शातिरों के ठिकानों को तकनीकि सेल की मदद से पता लगाएंगे। इसमें मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरोह के सदस्यों तक पहुंचा जाएगा।
एसएसपी ने बताया कि इससे पहले भी मानपुर क्षेत्र के गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद अन्य थाना क्षेत्रों में नये गिरोह बनाकर सक्रिय हो गए हैं। प्रत्येक डीएसपी व थानाध्यक्षों को निदेश दिया गया है कि कोई गिरोह का पता चले तो तुरंत कार्रवाई करेंगे। वैसे शातिर और गिरोह के सरगना को जेल तक पहुंचाने का बीड़ा पुलिस उठाई है। इसके अलावा जो अंतर जिला और अंतर राज्जीय गिरोह का संचालन कर रहे हैं। उनका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने हिदायत दी है कि गिरोह के सदस्यों को इस माह में जेल तक पहुंचाने के लिए मिशन शुरु किया गया है। इस दिशा में कार्य शुरु की गई है
कार के मालिक की पहचान जुटी पुलिस
गया एसएसपी ने बताया कि रविवार को मोफस्सिल थाना क्षेत्र के मेहता पेट्रोल पंप के समीप जिस कार पर चार शातिर सवार थे। वह कार बीआर-01डीभी-0537 मोफस्सिल थाना में जब्त है। इस कार पर अंकित नंबर की जांच की जा रही है। कहीं यह कार चोरी की नहीं है। इसलिए परिवहन विभाग से संपर्क कर कार के मालिक का पता लगाया जा रहा है। अगर कार चोरी की होगी तो एक अलग से मुकदमा दर्ज की जाएगी।