लोजपा की प्रदेश प्रवक्ता ने कहा- रामविलास के सपने को पूरा करेंगे चिराग, वे ही रहेंगे सर्वमान्य नेता
लोजपा की प्रदेश प्रवक्ता व जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष कुमारी शोभा सिन्हा ने कहा है कि पार्टी में राजनीतिक षडयंत्र किया गया है। लेकिन चिराग पासवान ही सर्वमान्य नेता बने रहेंगे। उनके साथ कार्यकर्ता मुुस्तैदी से खड़े हैं।
गया, जागरण संवाददाता। रामविलास पासवान के निधन के महज आठ महीने बाद लोक जनशक्ति पार्टी बिखर चुकी है। बंगला से चिराग को हटाया जा चुका है। चाचा पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता भी चुन लिया गया है। ऐसे में चिराग पासवान सिर्फ सांसद रह गए हैं। लेकिन इस बीच पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी शोभा सिन्हा ने कहा है कि भले कुछ हो जाए, कार्यकर्ता हमेशा चिराग पासवान के साथ ही रहेंगे।
राजनीति में ऐसे षडयंत्र करते हैं महत्वाकांक्षी लोग
कुमारी शोभा सिन्हा ने कहा कि दिवंगत रामविलास पासवान दलित, वंचितों, पिछड़ों सहित अल्पसंख्यकों के सर्वमान्य नेता थे। उन्होंने वैसे गरीबों के लिए काम किया था, जो समाज के निचले पायदान पर थे। आज भी रामविलास पासवान के इन वर्गो के उत्थान के लिए कार्य को लाेग याद करते हैं। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि लोजपा के कार्यकर्ता चिराग पासवान के साथ मुस्तैदी के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान के सपने को चिराग ही साकार करेंगे। राजनीतिक महत्वाकांक्षी लोग अक्सर राजनीतिक रूप से इस तरह षडयंत्र करते रहते हैं। लेकिन नेता ही सर्वमान्य होता है। चिराग ही सर्वमान्य नेता हैं, और रहेंगे। पूरे देश के कार्यकर्ता उनके साथ मजबूती के साथ खड़े हैं।
पांच सांसदों ने चिराग पर साधा निशाना
गौरतलब है कि पशुपति पारस के नेतृत्व में लोजपा के पांच सांसदों ने चिराग पासवान के प्रति विद्रोह कर दिया था। इसके बाद उन्हें संसदीय दल के नेता के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ने मान्यता भी दे दी है। पारस ने 17 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। मालूम हो कि पार्टी की इस टूट के पीछे जदयू की बड़ी भूमिका बताई जा रही है। इधर राजद की ओर से तेजस्वी या लालू प्रसाद का बयान नहीं आया लेकिन लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।