स्वास्थ्य सचिव ने कहा, कैमूर में टीकाकरण तो ठीक, लेकिन कोरोना जांच की स्थिति है चिंताजनक
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सह स्वास्थ्य सचिव ने समीक्षा में कहा कि कैमूर में कोरोना टीकाकरण की स्थिति तो ठीक है लेकिन जांच की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने जांच की संख्या बढ़ाने को कहा। साथ ही टीकाकरण और जांचस्थल अलग-अलग करने को कहा।
भभुआ (कैमूर), जागरण संवाददाता। जिले में कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे टीकाकारण की (Covid Vaccination ) स्थिति तो कुछ संतोषजनक है लेकिन जांच (Covid Testing) की स्थिति काफी चिंताजनक है। यह टिप्पणी प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव (State Health Secretary) व राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने की। वे सोमवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिग के माध्यम से जिले के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से बात कर रहे थे। उन्होंने हर हालत में कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि संक्रमितों की पहचान कर उनका समुचित इलाज कराया जा सके। लेकिन कोविड जांच व टीकाकरण के स्थल अलग- अलग रखने का भी निर्देश दिया।
बेड की व्यवस्था और ऑक्सीजन की उपलब्धता की ली जानकारी
स्वास्थ्य सचिव ने पहले जिले के कोरोना संक्रमितों की संख्या व उनके इलाज के लिए बेड की व्यवस्था तथा आक्सीजन व दवा की उपलब्धता की जानकारी ली। इसके बाद निजी एंबुलेंसो को हायर करने के क्रम में किए जा रहे प्रयासों के बारे में पूछताछ की। निजी एंबुलेंस की स्थिति शून्य पाए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया। वीसी में प्रभारी सीएस डॉ मीना कुमारी, डॉ अशोक कुमार सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारी शामिल थे।
एडीएम के निरीक्षण में गायब मिले तीन डॉक्टर
रामपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी का एसडीएम जन्मेजय शुक्ला ने सोमवार को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सर्व प्रथम 18 से 44 वर्ष व 45 से अधिक उम्र एवं दूसरे डोज के टीकाकरण की जानकारी एएनएम से प्राप्त की। उसके बाद ओपीडी में डॉक्टर, कर्मी सहित डाटा ऑपरेटरों की उपस्थिति पंजी की जांच की। तीन डॉक्टर डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. केसरी व डॉ संजय सिंह राठौर कई दिनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए। उपस्थिति पंजी के आधार पर तीनों लोगों का वेतन काटा गया। उसके बाद बीडीओ सजंय पाठक, पीएचसी प्रभारी डॉ सत्य स्वरूप, पूर्व पीएचसी प्रभारी डॉ प्रमोद कुमार, सीडीपीओ अंजू कुमारी, सुपरवाइजर उषा कुमारी के साथ बैठक कर प्रखंड क्षेत्र में लोगों को जागरूक कर अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराने की बात कही। उन्होंने रामपुर प्रखंड में टीकाकरण की गति धीमी होने पर नाराजगी जताई।