लोगों के मन से वैक्सीन से जुड़ी भ्रांतियों को दूर कर टीकाकरण में लाएं तेजी : आयुक्त
गया मगध प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे टीकाकरण में और तेजी लाएं। इसके लिए सभी लोगों के मन से टीका संबंधी भ्रांतियां अफवाह एवं गलत धारणा को समाप्त करें। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग जरूर लें।
गया : मगध प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे टीकाकरण में और तेजी लाएं। इसके लिए सभी लोगों के मन से टीका संबंधी भ्रांतियां, अफवाह एवं गलत धारणा को समाप्त करें। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग जरूर लें। ताकि लोग संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। इसके अलावा आयुक्त ने बच्चों में होने वाली संभावित एईएस/ जेई बीमारी को लेकर भी जरूरी तैयारी रखने को भी कहा। मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक एवं प्राचार्य से एएनएमएमसीएच में बेड की उपलब्धता 400 बढ़ाने पर जोर दिया। इसके साथ ही आयुक्त ने सभी जिला पदाधिकारियों को कोविड-19 जैसे संक्रमण से लड़ने में अपना पूर्ण सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया। कोरोना की संभावित थर्ड वेब से बचाव की भी तैयारी करने को कहा। आयुक्त सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से प्रमंडल के सभी जिला पदाधिकारियों, सिविल सर्जन एवं अधीक्षक/ प्राचार्य मगध मेडिकल अस्पताल के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान कोविड-19 टीकाकरण, कोविड-19 जांच, ऑक्सीजन की सप्लाई, जिलों में शव वाहन की उपलब्धता, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की आपूर्ति, सरकारी अस्पतालों में एचआरसीटी की उपलब्धता के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।
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जेपीएन व प्रभावती अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट की जरूरत: डीएम
-गया के डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि मगध मेडिकल में ऑक्सीजन प्लांट का काम लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। शिशु वार्ड की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। मेडिकल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की कमी को देखते हुए लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति तथा फाइनल इयर के पास आउट चिकित्सकों को अस्पताल के कार्य पर लगाया जा सकता है। ताकि 400 बेडों में अच्छी इलाज सुविधा दी जा सके। टिकारी एवं शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में 25-25 बेड ऑक्सीजन के साथ तैयार किए गए थे। साथ ही नीमचक बथानी, मानपुर, गया संग्रहालय, आईटीआई मैगरा, शेरघाटी तथा एएनएम प्रशिक्षण संस्थान टिकारी में डीसीएचसी (डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर) में कोरोना मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया। गया के डीएम ने जयप्रकाश नारायण अस्पताल व प्रभावती में भी ऑक्सीजन प्लांट की आवश्यकता बताई। टीकाकरण के संबंध में बताया कि गांव तथा शहरी क्षेत्रों में माइकिग एवं डोर टू डोर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। धर्म गुरुओं व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टीकाकरण अभियान में सहयोग की अपील हुई है। जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं।
-------------- मेडिकल अस्पताल में अब तक हुए 3 लाख 44 हजार 602 कोरोना सैंपल की हुई जांच
-अधीक्षक मगध मेडिकल ने बताया कि 460 बेड की क्षमता कोविड मरीजों के इलाज के लिए बढ़ाई गई थी। जिसमें कोरोना मरीज के लिए 200 से अधिक बेड बनाए गए थे। मेडिकल अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। यहां 38 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। 50 बाईपैक, 700 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, लगभग 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 162 पल्स ऑक्सीमीटर तथा लगभग 100 कार्डियक मॉनिटर मगध मेडिकल अस्पताल के पास उपलब्ध है। मगध मेडिकल अस्पताल में 34 हजार 4602 कोरोना सैंपल जांच अब तक किए गए हैं।
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औरंगाबाद में 12 वेंटीलेटर उपलब्ध, अभी आईसीयू में कोई भी मरीज नहीं
-औरंगाबाद के डीएम ने बताया कि 12 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। तथा 125 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। ऑक्सीजन प्लांट निर्माण का कार्य चल रहा है। चिकित्सकों की उपलब्धता है। फिलहाल आईसीयू में कोई भी मरीज भर्ती नहीं है। जिलाधिकारी नवादा ने बताया कि टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। 45 से अधिक आयु वर्ग वाले व्यक्तियों को 26 फीसद टीकाकरण और 18 से अधिक आयु वर्ग के लोगों को 32 फीसद टीका लगाया गया है। सैंपल जांच भी नियमित तरीके से की जा रही है। डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर में 235 बेड की व्यवस्था की गई थी।
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जहानाबाद में ऑक्सीजन प्लांट तो अरवल में एनेसथिसिया डॉक्टर की जरूरत
जहानाबाद के डीएम ने बताया कि जिले में 5 वेंटीलेटर है। वहां बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई थी। उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण की आवश्यकता बताई। वहीं सीएचसी में ऑक्सीजन पाइप लाइन की जरूरत बताई। अरवल के डीएम ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन प्लांट तथा एक बड़े अस्पताल की आवश्यकता है। टीकाकरण के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। धर्म गुरुओं तथा जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग ले रहे हैं। अरवल में एनेसथिसिया के चिकित्सक की आवश्यकता बताई। ताकि वेंटीलेटर का प्रयोग किया जा सके।