दामाद जी की हो रही थी खातिरदारी, आने ही नहीं दे रहे थे ससुराल के लोग, तब पहुंची नवादा पुलिस

नवादा के हिसुआ थाना क्षेत्र में एक दामाद को ससुरालवालों ने बंधक बना लिया। वे दहेज की राशि लौटाने के बाद ही उसे छोड़ने की बात कह रहे थे। शादी के सात वर्षों बाद भी संतान नहीं होने पर पति दूसरी शादी करने वाला है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:23 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 06:23 PM (IST)
दामाद जी की हो रही थी खातिरदारी, आने ही नहीं दे रहे थे ससुराल के लोग, तब पहुंची नवादा पुलिस
पुलिस ने हस्‍तक्षेप किया तो दामाद हुआ मुक्‍त। प्रतीकात्‍मक फोटो

हिसुआ (नवादा), संवाद सूत्र। थाना क्षेत्र के नारपुर पकरिया गांव पहुंचे एक दामाद को ससुरालवालों ने बंधक बना लिया। विवाद दहेज के रुपये लौटाने को लेकर था। बात थाने तक पहुंची तो पुलिस ने हस्तक्षेप कर लड़के को मुक्त कराया। इस इस मामले में दोनों पक्षों से बांड भरवाया गया है। इसके बाद लड़के को उसके परिवार के हवाले कर दिया गया।  

सात वर्षों बाद भी नहीं हुई संतान तो दूसरी शादी करने वाला था पति

बताया जाता है कि विजय चौधरी की बेटी रूपा की शादी सात साल पूर्व वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी नागेश्‍वर चौधरी के पुत्र शंकर के साथ हुई थी। शादी में विजय ने साढे तीन लाख नकद एवं अन्य सामान उपहार में दिए थे। शादी के सात सालों बाद भी उन्‍हें संतान नहीं हुई। इस कारण शंकर के परिवारवाले उसकी दूसरी शादी करना चाहते थे। इस वजह से रूपा अपने मायके चली आई थी। इधर रूपा के पिता ने अपने समधी को दहेज में दिए साढे तीन लाख रुपये की मांग की और तब शादी तोड़ने पर सहमत हुए। इसके बाद लड़की को उसके मायके छोड़ने के लिए शंकर तीन दिन पूर्व ससुराल पहुंचा। ससुराल पहुंचते ही शंकर को एक कमरे में बंद कर दिया।

पैसे मिलने तक नहीं छोड़ने पर अड़े थे ससुराल के लोग 

कहा कि जब तक दहेज के पैसे नहीं मिल जाते उसे नहीं छोड़ा जाएगा। इसकी जानकारी मिलने पर शंकर के पिता ने पहले अपने स्‍तर से उसे छुड़ाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं होने पर हिसुआ थाने में आवेदन दिया।  शंकर के पिता नागेश्‍वर के आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभारी थानाध्यक्ष सुभाष कुमार ने एएसआइ कुमार गौरव को नारपुर पकरिया गांव भेजा। पुलिस गांव पहुंच लड़की वालों को लेकर थाना आई। वहां दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया गया। समझौता में लड़का पक्ष वाले दहेज में लिए रुपये को लौटाने के लिए सहमत हो गए। पुलिस ने रुपये लौटाने के बाद लड़की पक्ष वालों को तलाक नामे पर हस्ताक्षर करने की नसीहत दी। सारी प्रक्रिया लाॅकडाउन के बाद कोर्ट खुलने पर होगी। पुलिस ने लड़के को उसके पिता को सौंप दिया। दोनों तरफ से पुलिस ने बांड भरवाया है। 

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