शेरघाटी थाना के पास दो दुकानों के शटर काट लाखों की चोरी, काजू, किसमिस और छुहारा को भी नहीं छोडा

सुबह जब लगभग 8 बजे दुकान खोलें तो गल्ला बाहर निकला हुआ देखा। अनहोनी की आशंका हुई। फिर दुकान के छत से रोशनी आते दिखा। छत का करकट उखाड़ कर चोर दुकान में प्रवेश किए हैं। दुकान से कई कीमती सामान गायब थे।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 12:56 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 12:56 PM (IST)
शेरघाटी थाना के पास दो दुकानों के शटर काट लाखों की चोरी, काजू, किसमिस और छुहारा को भी नहीं छोडा
चोरी के बाद दुकान में बिखरा सामान। जागरण।

संवाद सहयोगी, शेरघाटी (गया)। गया जिले के शेरघाटी थाना से महज 25 गज की दूरी पर जिला परिषद के भूखंड पर अवस्थित जेनरल एवं किराना स्टोर दो अलग-अलग दुकान से से बुधवार की रात अज्ञात चोरों ने करकट उखाड़ कर दुकान में प्रवेश करते हुए लाखों रुपए की चोरी की है। थाना के बगल में लगातार हो रहे चोरी ने  शेरघाटी पुलिस के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।

पीड़ित हरिप्रसाद किराना दुकान के संचालक अरुण प्रसाद ने बताया कि सुबह जब लगभग 8 बजे दुकान खोलें तो गल्ला बाहर निकला हुआ देखा। अनहोनी की आशंका हुई। फिर दुकान के छत से रोशनी आते दिखा। छत का करकट उखाड़ कर चोर दुकान में प्रवेश किए हैं। उसके बाद गल्ले में रखा लगभग 4000 रूपए सिक्का एवं एक कार्टून पास्ता की चोरी कर ले गए हैं।

इसी प्रकार सुजीत प्रसाद गुप्ता के जेनरल स्टोर से 70000 नदी सहित काजू, किसमिस एवं छुहारा के बंद पैकेट जो लगभग 10 किलो से अधिक था चोर अपने साथ ले गए। उल्लेखनीय हो कि एक छोटी दुकान के सहारे अपने परिवार का जीवन निर्वाह करने वाले गुप्ता चोरी से टूट गए हैं।

उन्होंने रोते बिलखते कहा कि मेरे दुकान के गल्ले में तीन-चार दिनों के बिक्री का लगभग 65000 रूपए नगद था। इसके अलावा पांच एवं 10 का सिक्का जो लगभग 5000 का था चोर साथ ले गए हैं। इस प्रकार थाना के बगल में स्थित जिला परिषद के दुकान से लगातार चोरी की घटनाएं हो रही है। लेकिन पुलिस प्रशासन मौन है। चोरी की घटना से स्थानीय दुकानदार और बुद्धिजीवियों में रोष है। नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद प्रेम प्रकाश उर्फ चिंटू सिंह ने कहा कि पुलिस चोरी की घटनाओं के प्रति गंभीर नहीं है।

दो दिन पूर्व सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर पकड़े गए दो चोर को पुलिस ने जेल भेज कर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर ली है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार चोरों से पूछताछ की जाती तो शायद चोरी की घटना की पुनरावृत नहीं होती। लेकिन शेरघाटी पुलिस के द्वारा ऐसा नहीं किया गया। परिणाम स्वरूप अपराधियों का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है और वे नगर परिषद में चोरी की घटनाओं को बिना डर भय के अंजाम दे रहे हैं।

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