औरंगाबाद में बीडीओ साहब की बर्थडे पार्टी और दो थानेदारों की विदाई को लग गई नजर, अब क्या करें
कोरोना गाइडलाइन के बावजूद निजी आयोजन को लेकर औरंगाबाद के डीएम सौरभ जोरवाल ने एक बीडीओ से जवाब-तलब किया है। साथ ही दो थानेदारों से स्पष्टीकरण के लिए एसपी को लिखा गया है। डीएम ने कहा कि इन लोगों ने कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी की है।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। ओबरा बीडीओ की बर्थडे पार्टी और मदनपुर थाने में स्थानांतरित थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी की विदाई सह नये थानाध्यक्ष आनंद गुप्ता के सम्मान में समारोह का आयोजन महंगा पड़ गया। दोनों मामलों को डीएम सौरभ जोरवाल ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में बीडीओ व दोनों पुलिस अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
निजी आयोजनों पर रोक के बावजूद किया ऐसा
डीएम ने बताया कि सरकारी अधिकारियों ने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया है। यह किसी हाल में स्वीकार्य नहीं है। बीडीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं मदनपुर व ओबरा थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगने के लिए एसपी से बात की गई है। डीएम ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार के विशेष सचिव गृह विभाग विशेष शाखा के निर्देश पर जिले में निजी आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। यह रोक अप्रैल माह के अंत तक रहेगी। डीएम ने बताया कि श्राद्धकर्म और शादी में कितने लोग शामिल होंगे, इसके लिए भी आदेश जारी किया गया है। हर सामूहिक कार्यक्रम में भी मास्क, सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी का पालन करना है। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की जाती है।
बिना मास्क के थे थानेदार और अन्य मेहमान
बता दें कि मदनपुर थाने में विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। दोनों थानाध्यक्ष उसमें बगैर मास्क पहुंचे थे। कार्यक्रम में शामिल अधिकांश लोग बिना मास्क के थे। वहां कोरोना गाइडलाइन की जमकर अनदेखी हुई। वहीं बीडीओ साहब के बेटे के जन्मदिन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें कई लोग शामिल हुए थे। इसकी शिकायत मिलने के बाद डीएम ने यह कार्रवाई की है। इन अधिकारियों पर कार्रवाई होने से आमजन में इसकी चर्चा है। लोगों का कहना है कि जब आम के साथ खास पर भी कार्रवाई होगी तो लोग स्वत: सतर्क हो जाएंगे। बाजार, दुकानों में भी पुलिस को नजर रखने की जरूरत है।