Central University Gaya में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग ई-कार्यशाला का ऑनलाइन आयोजन किया गया है। इस अंतरराष्ट्रीय योग ई-कार्यशाला में सम्मिलित होने के लिए देश-विदेश से 370 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकृत किया है। आसनों का अभ्यास भी कराया तथा इन आसनों के प्रभाव की भी विस्तृत चर्चा की।
संवाद सहयोगी, टिकारी (गया)। दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Central University South Bihar) के नवनिर्मित शारीरिक शिक्षा एवं खेल-कूद विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय ई-कार्यशाला का शुभारंभ मंगलवार को किया गया।
जनसंपर्क पदाधिकारी मो. मुदस्सीर आलम ने बताया सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग ई-कार्यशाला का ऑनलाइन आयोजन किया गया है। इस अंतरराष्ट्रीय योग ई-कार्यशाला में सम्मिलित होने के लिए देश-विदेश से 370 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकृत किया है। ई-कार्यशाला के प्रथम दिन के मुख्य वक्ता (योग विशेषज्ञ) हनोई, विएतनाम से प्रख्यात योगी संतोष गुप्ता ने योगासन एवं प्राणायाम के महत्व को बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को विभिन्न आसनों का अभ्यास भी कराया तथा इन आसनों के प्रभाव की भी विस्तृत चर्चा की।
ई- कार्यशाला के उदघाटन समारोह का संचालन सह प्राध्यापिका डॉ. उषा तिवारी ने किया। इस अवसर पर आयोजक सचिव डॉ० पिंटू लाल मंडल एवं आयोजन समिति के सदस्य गण क्रमशः डॉ. राहुल सिंह, डॉ. जितेंद्र प्रताप सिंह (सहायक निदेशक, खेल-कूद विभाग) तथा राकेश रंजन (तकनीकी सहायक) उपस्थित रहे। इससे पहले मंगलवार सुबह कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में डॉ. आशीष सिंह, विभागाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग ने अपने सम्बोधन में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. हरिश्चंद्र सिंह राठौर ने अपने उद्बोधन में बताया कि भारतीय सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता है तथा हमारी सभ्यता ने विश्व को “सर्वे भवन्तु सुखिना:- सर्वे संतु निरामया:” का मंत्र दिया है। अर्थात इस पृथ्वी के समस्त प्राणी सुखी, स्वस्थ एवं निरोगी होवे। कुलपति महोदय ने बताया कि योग के माध्यम से हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत होकर बेहतर स्वास्थ्य को प्राप्त कर सकते है। साथ ही उन्होंने योग के आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा की योग एक समग्र विज्ञान है।
अपने उद्बोधन के दौरान कुलपति महोदय ने वैश्विक मंच पर योग को प्रतिष्ठित करने के लिए एवं 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने हेतु किए गए प्रयासों के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबोधन के अंत में अंतरराष्ट्रीय योग ई-कार्यशाला की सफलता हेतु शारीरिक शिक्षा विभाग एवं खेल-कूद विभाग को बधाई दी। इस अवसर पर शिक्षा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर कौशल किशोर एवं चीफ़ प्राक्टर प्रो० उमेश सिंह ने भी प्रतिभागियों को अपने विचारों से अवगत कराया।