शराब पर चल रही थी जेसीबी इधर पिघल रहा था शराबियों का दिल, जानिए औरंगाबाद में क्या हुआ
अलग-अलग थानों में जब्त की गई शराब को सोमवार शाम दंडाधिकारी की मौजूदगी में नष्ट किया गया। इस दौरान करीब डेढ़ करोड़ की शराब नष्ट की गई। वहां से कुछ लोगों ने शराब की बोतल लेकर भागने का प्रयास किया। लेकिन औरंगाबाद पुलिस मुस्तैद थी।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जीटी रोड पांडेयपुर औद्योगिक परिसर में सोमवार को जब्त शराब की विनष्टीकरण की कार्रवाई की गई। करीब 26 हजार 325 लीटर देसी, अंग्रेजी, महुआ शराब, स्प्रिट एवं बीयर पर जेसीबी मशीन चलाकर उसे नष्ट किया गया। अधिक मात्रा में शराब होने के कारण विनष्टीकरण की कार्रवाई शाम तक की गई। बताया गया कि इस शराब की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये थी। इस दौरान जब्त शराब की बोतलें लेकर भागने का कुछ लोगों ने प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
कोरोना के कारण नहीं हो रही थी विनष्टीकरण की कार्रवाई
उत्पाद अधीक्षक सीमा चौरसिया ने बताया कि कोरोना का संक्रमण और लॉकडाउन के कारण करीब एक वर्ष से शराब विनष्टीकरण (Alcohol destruction ) की कार्रवाई नहीं की गई थी। शराब से जुड़े वादों की सुनवाई नहीं पा हो रही थी। जब कारोना का संक्रमण कम हुआ और स्थिति सामान्य हुई तब डीएम ने शराब विनष्टीकरण करने का आदेश दिया गया। डीएम का आदेश निर्गत होते ही सभी थाना पुलिस से जब्त की गई शराब को जिला मुख्यालय स्थित जीटी रोड बियाडा की खाली पड़ी परिसर में मंगवाई गई। यहां उन्हें बर्बाद किया गया। बताया गया कि करीब 6008 लीटर देसी, 15871 लीटर अंग्रेजी, 1258 लीटर महुआ शराब, 3099 लीटर स्प्रिट एवं करीब 89 लीटर बीयर को नष्ट किया गया।
ग्रामीणों ने किया बोतलें लेकर भागने का प्रयास
बता दें कि शराब विनष्टीकरण के समय पुलिसबल के साथ दंडाधिकारी की मौजूदगी रही। जैसे ही शराब को जमीन पर गिराकर विनिष्टीकरण की कार्रवाई की जाने लगे आसपास के ग्रामीण देखने पहुंच गए। कुछ ग्रामीणों ने शराब की बोतलें लेने का प्रयास किया। यह देखकर पुलिस वालों ने उन्हें खदेड़ दिया। ग्रामीण शराब की बोतल लेकर भागे नहीं इसके लिए पुलिसबल तैनात रहे। पुलिसबलों के द्वारा ग्रामीणों को विनष्टीकरण की जगह से दूर किया गया। विनष्टीकरण की कार्रवाई के दौरान संबंधित थानों की पुलिस भी मौजूद रही। जबतक शराब पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ पुलिसबल मौजूद रही।