Sasaram Panchayat Chunav: मिथिलेश चांदी-इंगलिश तो चांदनी बनी सहिनांव पंचायत की मुखिया, सासाराम के दावथ-संझौली का परिणाम जारी
24 सितंबर को दावथ व संझौली प्रखंड में पहले चरण के चुनाव का मतगणना कार्य रविवार को चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच स्थानीय बाजार समिति के प्रांगण में हुआ। पहले दिन चार पंचायत के चुनाव परिणाम घोषित किए गए। अमृता को सेमरी का तो प्रियंका को मिला जमसोना पंचायत का ताज।
सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। सासराम जिला के दावथ व संझौली प्रखंड में पहले चरण के चुनाव का मतगणना कार्य रविवार (26 सितंबर) को चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच स्थानीय बाजार समिति के प्रांगण में हुआ। पहले दिन चार पंचायत के चुनाव परिणाम घोषित किए गए। मिथलेश कुमार सिंह संझौली प्रखंड के चांदी-इंगलिश पंचायत के नए मुखिया बने तो चांदनी कुमारी दावथ प्रखंड के सहिनांव से निर्वाचित हुई। वहीं इसी प्रखंड में अमृता कुमारी को सेमरी का तो प्रियंका कुमारी को जमसोना पंचायत का ताज मिला है। इन जगहों पर पहले चरण के दौरान 24 सितंबर को वोट डाले गए थे।
चुनाव परिणामों को ले पूरे दिन उत्सुकता बनी रही
मतगणना केंद्र के बाहर खड़े समर्थकों में परिणाम जानने के लिए पूरे दिन उत्सुकता बनी रही। रूझान जारी होते ही समर्थक कभी बाजार समिति के मुख्य द्वार की ओर जाते तो कभी पीछे हटते। देर शाम तक मतगणना जारी रहने के कारण सभी पंचायतों का परिणाम घोषित नहीं हो सका था। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम धर्मेंद्र कुमार समेत अन्य आला अधिकारियों ने मतगणना केंद्र का दौरान जायजा ले निष्पक्ष व स्वतंत्र काउंटिंग करने का निर्देश कर्मियों को दिया। पहले चक्र के मतगणना में चार पंचायत की काउंटिंग पूरी की गई। अन्य पंचायतों की काउंटिंग अब सोमवार को की जाएगी।
प्रथम चक्र के मतगणना का परिणाम :
प्रखंड संझौली
पंचायत - चांदी इंग्लिश
कुल : सात प्रत्याशी
पद- मुखिया
मिथिलेश कुमार ङ्क्षसह- 1475 मत (विजयी)
जनार्दन ङ्क्षसह- 1324 मत (उपविजेता)
हरेराम सिंह- 1282 मत
प्रखंड -दावथ
पंचायत -सहिनाव
पद- मुखिया
चांदनी कुमारी- 2043 मत (विजेता)
फूलवंती देवी- 814 मत (उपविजेता)
पंचायत- सेमरी
अमृता कुमारी - 1717 मत (विजेता)
गीता देवी- 1114 मत (उपविजेता)
पंचायत- जमसोना
प्रियंका कुमारी- 1437 मत (विजेता)
मालती देवी- 923 मत (उपविजेता)
चुनाव परिणाम जानने के लिए लिए मतगणना केंद्र के बाहर जुटे प्रत्याशियों के समर्थक फूल माला ले इंतजार करते रहे। हर कोई अपने-अपने प्रत्याशी की जीत हार का परिणाम जानने का इच्छुक रहा। सुबह से ही प्रत्याशियों के समर्थक मतगणना के बाहर खड़े हो जीत की दुआएं करते दिखे। टकटकी लगाए समर्थकों के चेहरे की चमक जीत की खबर के बाद दोगुनी हो जाती थी। वहीं हारे हुए प्रत्याशियों के साथ उनके स्वजन के अलावा कोई और नहीं दिख रहा था। सांत्वना देने वालों का भी अकाल पड़ गया था। जीते प्रत्याशी को लोग कंधे पर उठा फूल मालाओं से लाद देते थे।
चुनावी प्रक्रिया शुरू होते ही फूल के व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई है। नामांकन से लेकर मतगणना तक फूल मालाओं की अच्छी खासी बिक्री हो रही है। मतगणना केंद्र के बाहर सुबह से ही फूल व माला की दुकानें सज गई थीं। 20 रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक के हार दुकानों पर उपलब्ध थे।