Sasaram Panchayat Chunav 2021: वोट डालने में झेलनी पड़ी फजीहत, एक ही गांव के परिवार के लोगों का अलग-अलग वार्ड में नाम
लाख कोशिश के बावजूद मतदाता सूची में व्याप्त विसंगति को जिला प्रशासन दूर नहीं कर सका है। जिस कारण पंचायत चुनाव में मतदाताओं को फजीहत झेलनी पड़ रही है। हद तो यह है कि दस साल पूर्व मृत व्यक्ति के नाम भी मतदाता सूची में दर्ज हैं।
सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। लाख कोशिश के बावजूद मतदाता सूची में व्याप्त विसंगति को जिला प्रशासन दूर नहीं कर सका है। जिस कारण पंचायत चुनाव में मतदाताओं को फजीहत झेलनी पड़ रही है। बीएलओ की लापरवाही से एक ही गांव के वोटरों को कई वार्डों में बांट दिया गया है। सबसे मजे की बात तो यह कि माता-पिता किसी वार्ड के वोटर हो गए हैं तो बेटा व बहू का नाम किसी दूसरे वार्ड के मतदाता सूची में दर्ज हो गया है। वह भी बगल के वार्ड में नहीं बल्कि तीन-चार वार्ड के बाद।
चौथे चरण में खूब दिखी ऐसी गल्तियां
जिले में बुधवार को संपन्न हुए चौथे चरण के मतदान के दौरान इस तरह की विसंगति खूब देखने को मिली। सासाराम व तिलौथू प्रखंड के को कई पंचायतों के वोटरों का नाम कई वार्ड में न हो गए हो, जिस कारण उन्हें वोट देने के लिए अपने गांव को छोड़ तीन से चार किलोमीटर दूर दूसरे वार्ड में जाना पड़ा।
यही नहीं मतदाता सूची में ऐसे लोगों का नाम अब भी दर्ज है, जिनकी मृत्यु एक-दो माह पूर्व ही नहीं बल्कि दस साल पहले हो गई है। जबकि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष व्यापक तौर पर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य चलाया जाता है। दूसरे वार्ड में नाम होने के कारण वोट देने से वंचित मतदाताओं ने ठीकरा बीएलओ पर फोड़ते नजर आए। लोगों की माने तो उन्हें उस समय परेशानियों का सामना करना पड़ता है जब किसी सरकारी योजना का लाभ लेना होता है। दूसरे गांव के मतदाता सूची में नाम होने से उन्हें सरकारी योजना से वंचित होना पड़ता है।