हम्मर शहर गया महान हे, इहां पुरखन के होवे पिंडदान हे

जांस, गया : गया जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन भवन में रविवार को काव्य संध्या का आयोजन सुरेन्द्र सिंह स

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 03:01 AM (IST)
हम्मर शहर गया महान हे, इहां पुरखन के होवे पिंडदान हे
हम्मर शहर गया महान हे, इहां पुरखन के होवे पिंडदान हे

जांस, गया : गया जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन भवन में रविवार को काव्य संध्या का आयोजन सुरेन्द्र सिंह सुरेन्द्र की अध्यक्षता में किया गया। इसका संचालन संजीत कुमार ने किया। पितृपक्ष मेले के शुभारंभ के मौके पर रामावतार सिंह ने कहा- धन्य मगध गौरवशाली तीर्थो में शोभित गयाधाम, पुरखों का शांति प्रदायक युग-युग से चर्चित मोक्षधाम। नितू गुप्ता ने गयाजी में आगत पिंडदानियों के स्वागत में स्वागत गान गाया। संजीत कुमार ने गाया-गया है नारायण का धाम, विष्णु भी आए, बुद्ध भी आए, आए थे श्रीराम। डॉ. राकेश कुमार सिन्हा ने कहा- श्री विष्णु नगरी गयाजी में सूरज नारायण दक्षिणायन, गया हो तोहर जय हो नारायण। नंदकिशोर सिंह ने कहा- हम्मर शहर गया महान हे, इहां पुरखन के होवे पिंडदान हे। रमेश मिश्र मानव ने कहा- जहां पे मंदिर-मस्जिद-गिरजा और गुरुद्वारा है, वह पावन धाम गयाजी हमारा है। डॉ. निरंजन श्रीवास्तव ने कहा- त्रिपक्षीय श्राद्ध तर्पण को गयाजी तैयार, पिंडदानी आ रहे मन में ले सुविचार। डॉ. ब्रजराज मिश्र ने कहा-जगत गुरु है भारत प्यारा, ऋषि मुनियों का देश हमारा। इसके अलावा संतोष कुमार, मुंद्रिका सिंह, किरण बाला, यदुनंदन प्रसाद, डॉ. सुलतान अहमद, संजय समदर्शी, सोमनाथ, जयराम सत्यार्थी, डॉ. सुधाशु, नवोदित कवि हैप्पी ने भी अपनी कविता पढ़ी।

इस अवसर पर उपेन्द्र सिंह, ब्रजभूषण प्रसाद, उदय सिंह, कारूजी, बिंदू सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।

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