उदासीनता: 65 लाख खर्च कर बने पंचायत भवन में काम भी शुरू नहीं हुआ, फिर से मरम्मत की तैयारी

वर्ष 2013 में तत्कालीन रोशनगंज पंचायत के मुखिया को सुपुर्द किए जाने की बात बताई जाती है। बताया जाता है कि भवन सुपुर्दगी के समय भी न तो कंप्यूटर की व्यवस्था थी और न पंचायत के लिए उपलब्ध कराई गई अन्य कोई व्यवस्था।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:35 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:35 AM (IST)
उदासीनता: 65 लाख खर्च कर बने पंचायत भवन में काम भी शुरू नहीं हुआ, फिर से मरम्मत की तैयारी
पंचायत सरकार भवन में अब तक शुरू नहीं हुआ काम। जागरण।

संवाद सूत्र, बांके बाजार (गया)। गया जिले के बांकेबाजार प्रखंड के रोशनगंज में लगभग 65 लाख रुपये की लागत से निर्मित रोशनगंज पंचायत सरकार भवन भूत बंगला में तब्दील हो गया है। पंचायत सरकार भवन को देखने से पता चलता है कि 100 वर्ष का बना भवन है, जबकि इस पंचायत सरकार भवन का निर्माण 2009-10 में किया गया था।

वर्ष 2013 में तत्कालीन रोशनगंज पंचायत के मुखिया को सुपुर्द किए जाने की बात बताई जाती है। बताया जाता है कि भवन सुपुर्दगी के समय भी न तो कंप्यूटर की व्यवस्था थी और न पंचायत के लिए उपलब्ध कराई गई अन्य कोई व्यवस्था। तत्कालीन मुखिया संतोष कुमार बताते हैं कि भवन में बहुत कमी रहने के बावजूद भी प्रखंड अधिकारियों की दवाव में संवेदक द्वारा भवन को सुपुर्दगी कर दी गई थी, लेकिन उस समय भी भवन की स्थिति अच्छी नहीं थी। आज भवन की स्थिति ऐसी है कि वहां न तो पंचायत का कोई कार्य हो रहा है और ना कोई जनप्रतिनिधि या स्थानीय मुखिया भवन का उपयोग करते देखे जाते हैं। इतने दिनों में भवन में न खिड़की की स्थिति ठीक है और न दरवाजे की है। इसके अलावा दीवार में दरारें दिखती हैं।

वर्तमान मुखिया के पति संतोष कुमार बताते हैं कि भवन की स्थिति इतनी जर्जर है। वहां कोई मीटिंग वगैरह करने में भी भय लगता है। भवन सुपुर्दगी के समय तत्कालीन मुखिया को जिम्मेवारी सोच समझ कर लेनी चाहिए थी। आज भवन की स्थिति इतनी दयनीय है हमलोग उसका उपयोग करने में डरते हैं, इसलिए कि कोई दुर्घटना न हो जाए। वर्तमान मुखिया पति बताते हैं कि मुखिया द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी बांकेबाजार को भवन मरम्मत के लिए प्रस्ताव दिया गया है।

प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनू कुमार बतातें है कि रोशनगंज पंचायत भवन पहले दूसरे एजेंसी द्वारा निर्मित किया गया था। सचाई है भवन की स्थिति अच्छीं नही है। स्थिति देखकर मरम्मती हेतु स्टीमेट बनाकर जिला अधिकारी को दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई जिला से निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। इसके लिए अलग से कोई राशि प्रखंड में मरम्मत के लिए उपलब्ध नहीं है।

chat bot
आपका साथी