Rohtas: पत्नी पर हमला कर पति ने खाया जहर, हत्या कर खुदकुशी की थी मंशा; मगर हो गया उलटा
कहते हैं जाको राखे साईंया मार सके न कोई। इस कहावत को रीना ने चरितार्थ कर दिया। उसके पति सुनील की मंशा पर पानी फिर गया और वह खुद काल के गाल में समा गया। सुनील पत्नी की हत्या कर खुदकुशी करना चाहता था।
जागरण संवाददाता, सासाराम। कहते हैं, 'जाको राखे साईंया, मार सके न कोई'। इस कहावत को रीना ने चरितार्थ कर दिया। उसके पति सुनील की मंशा पर पानी फिर गया और वह खुद काल के गाल में समा गया। सुनील पत्नी की हत्या कर खुदकुशी करना चाहता था। इसी मंशा ने उसने पत्नी पर हमला किया और फिर जहर खा लिया। मगर जानलेवा हमले के बावजूद रीना बच गई। वहीं, सुनील ने दम तोड़ दिया। नगर थाना क्षेत्र के तकिया स्थित बढ़ईयाबाग इलाके में शुक्रवार की रात पति पत्नी के बीच हुए आपसी विवाद में पति 35 वर्षीय सुनील साह ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार जहर खाने से पहले पति ने पत्नी रीना देवी को चाकू घोप गंभीर रूप से घायल कर दिया।
बताया जाता है कि दंपती मूल रूप से बक्सर जिला के राजपुर थाना के रामपुर गांव के रहने वाले हैं। वह दोनों सासाराम के तकिया स्थित बढ़ाईया बाग मोहल्ले में किराया का मकान लेकर रहते थे। पति -पत्नी के बीच आर्थिक तंगी को लेकर अक्सर कलह होता था। घायल पत्नी रीना देवी ने बताया कि दो दिन पूर्व उसका पति गांव से सासाराम लौटा था। आर्थिक तंगी के कारण जीवन यापन करने में कठिनाई हो रही थी। वह अपने पति से हमेशा कुछ काम करने के लिए करती थी। परिवार को आर्थिक तंगी से उबारने के लिए वह कुछ घरों में चौका बर्तन का काम करती थी। वह लगातार पति से सब्जी का दुकान खोलने के लिए कह रही थी। इसी क्रम में शुक्रवार की देर शाम जब वह काम कर अपने घर आई तो उसका पति उसके साथ मारपीट करने लगा। मारपीट के दौरान पति ने हत्या के नियत से उसे चाकू मार दिया। स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से किसी तरह से उसकी जान बचाई गई। घायल पत्नी इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती हो गई।
नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह ने बताया कि पत्नी के अस्पताल जाने के बाद पति ने चुपके से जहर खा लिया। जहर खाने के बाद शनिवार की सुबह लोगों ने उसे घर के अंदर उसे मृत स्थिति में देख पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं घायल पत्नी की गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए किसी बड़े अस्पताल में जाने के लिए रेफर कर दिया है।