Rohtas: सात से 11 बजे का समय तफरीह करने के लिए नहीं मिला है, जरूरी काम हो तब ही निकलें
लॉकडाउन का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए डीएम और एसपी ने सोमवार को शहर में फ्लैग मार्च किया। इस दौरान लोगों से अपील की कि वे सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करें। ऐसा नहीं करने पर प्रशासन सख्ती बरतेगा।
सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। अनमोल जीवन को खतरे में नहीं डालें, इसमें सबकी भलाई है। चाहे बात आपके परिवार की हो या समाज और शहर की। घर में रहिए और सुरक्षित रहिए । यह संदेश प्रसारित करते हुए सोमवार को डीएम धर्मेन्द्र कुमार और एसपी आशीष भारती ने शहर की सड़कों पर तीन घंटे से अधिक समय तक फ्लैग मार्च किया। दलबल के साथ यह मार्च शहर के नगर थाना से शुरु हुआ जो पुरानी जीटी रोड से होते हुए मुख्य शहर गोलाबाजार, चौखंडी, धर्मशाला रोड, रौजा रोड से होकर गुजरा।
आपको सुरक्षित करने के लिए ही लगा है लॉकडाउन
सड़कों पर भीड़ नहीं लगाने और अतिआवश्यक कार्य पर ही घर से बाहर निकलने की हिदायत लोगों को माइकिंग कर दी गई। बताया कि कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगा है, ताकि आप व आपका पूरा परिवार सुरक्षित रह सके। अनावश्यक व साधारण कार्य के लिए बाहर न निकलें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें। आप सहयोग नहीं करेंगे तो प्रशासन भी लॉकडाउन को सख्ती से अनुपालन कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। कुछ ऐसी ही स्थिति लॉकडाउन के छठें दिन सोमवार को पूरे जिले में देखने को मिली। चाहे वह जिला मुख्यालय हो या फिर अनुमंडल व प्रखंड। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार सड़कों व बाजारों में भ्रमण कर कोरोना गाइडलाइन को अनुपालन कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
बेवजह घूमने वालों को लगाया जुर्माना
जिला मुख्यालय में खुद कमान संभाल रहे डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन में सुबह सात बजे से दिन 11बजे तक की दी गई छूट का मतलब कतई यह नहीं है कि आप इस दौरान सड़क पर तफरीह करते हुए नजर आएं। छूट सिर्फ अतिआवश्यक कार्यों के लिए दी गई है। इसका अनुपालन हर हाल में करना होगा अन्यथा प्रशासन सख्ती करने से परहेज नहीं बरतेगा। डीएम व एसपी को सड़क पर देख वहां पर पूर्व से तैनात सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए। इस दौरान गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने वालों की खैरियत भी ली गई। डीएम- एसपी के साथ सदर एसडीएम मनोज कुमार, सदर एएसपी अरिवंद प्रताप सिंह समेत पुलिस व प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। बगैर मास्क व हेलमेट के बाइक चलाने वालों को जुूर्माना भरना पड़ा। लिहाजा कोरोना से बचाव को ले जारी गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने वाले और शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं करने वालों की शामत रही।