रोहतास जिला राजस्व में फिसड्डी, अवैध खनन में अव्वल; थाने के सामने से गुजरते बालू-गिट्टी लदे वाहन

कभी सूबे में खनन क्षेत्र में सर्वाधिक अधिक राजस्व देने वाले जिलों में शामिल रोहतास जिला अब इसमें फिसड्डी साबित हो रहा है। गत पांच माह में आठ फीसद भी राजस्व की प्राप्ति नहीं हो पाई है। वहीं अवैध खनन से राजस्व को भी भारी क्षति हुई है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:46 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 04:46 PM (IST)
रोहतास जिला राजस्व में फिसड्डी, अवैध खनन में अव्वल; थाने के सामने से गुजरते बालू-गिट्टी लदे वाहन
रोहतास जिले में अवैध खनन का बोलबाला। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, सासाराम। कभी सूबे में खनन क्षेत्र में सर्वाधिक अधिक राजस्व देने वाले जिलों में शामिल रोहतास जिला अब इसमें फिसड्डी साबित हो रहा है। गत पांच माह में आठ फीसद भी राजस्व की प्राप्ति नहीं हो पाई है। वहीं अवैध खनन से राजस्व को भी भारी क्षति हुई है। कैमूर पहाड़ी में हो रहे अवैध खनन और सोन नदी से बालू की अवैध निकासी पर खान एवं भूतत्व विभाग ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। वहीं तस्कर पुलिस को चुनौती दे अवैध खनन कार्य कर रहे हैं। अधिकांश पत्थर बालू लदे वाहन थाना के सामने से पार हो रहें हैं।

करवंदिया, अमरातालाब, गोपीबिगहा आदि गांवों के लोगों का कहना है कि सरकारी दस्तावेज में भले ही कैमूर पहाड़ी खनन कार्य से मुक्त हो गया है, परंतु धरातल पर हकीकत कुछ और है।  पहाड़ी को अवैध खनन से मुक्त करने को लेकर अबतक तीन सौ से अधिक वाहनजब्त किए गए, दर्जनों प्राथमिकी हुई, लेकिन पहाड़ से पत्थर टूटना बंद नहीं हुआ। तस्कर लगातार पत्थर तोड़वा रहे है तथा उसका क्रशर से  गिट्टी  बनवा धड़ल्ले से ढुलाई भी कर रहे हैं। पत्थर लदी गाडिय़ां अवैध खनन को रोकने की जिम्मेदारी संभाले सरकारी रहनुमाओं के सामने से सड़कों पर बेधड़क चल रही हैं। अवैध खनन में संलिप्त रहने के दाग कई अधिकारियों और कर्मियों पर भी  लगते रहे हैं। जब्त वाहनों को छोड़े जाने के आरोप में पुलिस व खनन विभाग से जुड़े कर्मियों पर कार्रवाई भी अब यहां आम बात हो गई है। इसके बाद भी तस्करों का हौसला पस्त नहीं हो रहा है। दिन के उजाले में भी पत्थर गिट्टी लदे वाहन ढो रहे हैं।

नौ माह में 121 बार हुई छापेमारी

एसपी आशीष भारती के निर्देश पर पत्थर तस्करों के विरुद्ध चलाए गए अभियान में गत माह तक 121 बार छापेमारी की गई है। बावजूद ओवरलोङ्क्षडग व अवैध खनन का सिलसिला नहीं थमा। यही नहीं अवैध खनन पर कार्रवाई के लिए सासाराम मुफस्सिल थाना को  पुरानी जीटी रोड पर अमरातालाब में तथा डेहरी मुफस्सिल थाना की स्थापना भी पुरानी जीटी पर गोपीबिगहा में स्थापित किया गया। इसके अतिरिक्त जमुहार में पुलिस चौकी भी बनाई गई है। बावजूद तस्कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। 

कार्रवाई और राजस्व वसूली में खनन विभाग फिसड्डी

अवैध खनन के विरूद्ध कार्रवाई के मामले में भी यह जिला 17 वें नंबर पर रहा है। यहां अबतक 31 प्राथमिकी दर्ज की गई है और 12 लोगों को सिर्फ खनन विभाग के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। अवैध खनन में संलिप्त मात्र 59 वाहनों को जब्त किया गया है।

पग-पग पर मौजूद रहते हैं लाइनर

धंधेबाज व पुलिस वालों की सांठगांठ भी मजबूत हैं। खदान से वाहनों के निकलते ही धंधेबाज के लाइनर पग-पग पर तैनात हो जाते हैं, जो गाड़ी को ही पार नहीं कराते बल्कि वर्दीवालों को आमदनी भी कराने का काम करते हैं। यही वजह है कि वाहनों को जब्त कर बाद में उसे छोडऩा उनकी आदत सी बन गई है।

जिले में राजस्व वसूली की स्थिति

लक्ष्य  :  44421.93 लाख

उपलब्धि : 3207.42 लाख

फीसद : 7.22

राज्य में रैंकिंग : 34

ईंट भट्ठे से राजस्व

लक्ष्य  : 267.75 लाख

उपलब्धि : 33.55 लाख

फीसद : 12.55

रैंकिंग   :      5

लोक कार्य विभाग  से राजस्व प्राप्ति

लक्ष्य:    1905.57 लाख

उपलब्धि :   117.94 लाख

फीसद    :    6.19 लाख

रैंकिंग      :       34

मिट्टी

लक्षय   : 18.56 लाख

उपलब्धि : 20 लाख

रैंकिंग       :  पांच

छापेमारी :  121

प्राथमिकी : 31

गिरफ्तारी : 12 खनन द्वारा

जब्त वाहन : 59

कोर्ट के आदेश पर जुर्माना वसूली : 80.21 लाख

रैंकिंग  : 17

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