जलजमाव से निजात के लिए रोड जाम

गया। वजीरगंज नगर पंचायत के पुनावां के गलियों में जलजमाव से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। इससे परेशान लोगों ने सोमवार की सुबह सड़क जाम कर आवागमन बाधित कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:27 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:27 PM (IST)
जलजमाव से निजात के लिए रोड जाम
जलजमाव से निजात के लिए रोड जाम

गया। वजीरगंज नगर पंचायत के पुनावां के गलियों में जलजमाव से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। इससे परेशान लोगों ने सोमवार की सुबह सड़क जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। मौके पर पहुंचे जिला पार्षद डा. नंदकिशोर प्रसाद यादव की पहल पर गया डीएम ने संज्ञान लिया। उसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। सीओ पुरूषोत्तम कुमार स्थल पर पहुंचे तथा मामले का जायजा लिया। ग्रामीण अनुज कुमार, विपिन यादव, उमाशंकर, गुलशन सिंह, भोला प्रसाद, बबलू प्रजापत, सागर प्रसाद एवं अन्य ने बताया कि नाले का पानी निकट के आहर में गिरता था, जिसमें कई जगहों पर मिट्टी भराव कर आहर का अतिक्रमण कर लिया गया है। इसके कारण यहां से पानी का निकास नहीं हो रहा है। सीओ ने आहर को अतिक्रमण मुक्त करते हुए नाले की सफाई कराने का आदेश दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद जेसीबी से नाले की सफाई एवं आहर को अतिक्रमण मुक्त करने का कार्य प्रारंभ हुआ। लोगों के सड़क पर उतर आने से एनएच पर कुछ समय के लिए आवागमन प्रभावित रहा। नगर पंचायत अंतर्गत जोकहरी नदी भी अतिक्रमण का शिकार है और मलबों से पटा पड़ा है, इसके कारण कई मोहल्लों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इसके लिए भी ग्रामीण एवं स्थानीय नेताओं ने प्रशासन को आवेदन एवं मौखिक रूप से कई बार सूचना दी है। सीओ ने बताया कि जल्द ही इसका भी निराकरण के लिए कार्रवाई शुरू की जाएगी।

जर्जर सड़क: बांकेबा•ार प्रखंड के मोरहर नदी पार शेरघाटी से रानीगंज तक जाने वाली रोड में मंजूरी गांव से पननिया-करचोई तक सड़क जर्जर हो चुका है। सड़क में दर्जनों छोटे-बड़े गढ़े बन चुके हैं। जिसके कारण लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। इस जर्जर सड़क की न तो विभाग सुध रहा है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि। सड़क मरम्मति के लिए ग्रामीण स्थानीय विधायक जीतनराम मांझी से कई बार गुहार लगा चुके है। लेकिन विधायक भी ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दिए। बता दे कि आजादी के बाद प्रखंड के मोरहर नदी पार बड़ी मुश्किल से एक दशक पूर्व सड़क का निर्माण हुआ था। लेकिन सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात कभी मरम्मति कार्य नही किया गया है। नतीजा है पूरा रोड गढ़ा में तब्दील हो गया है। जबकि शेरघाटी से रानीगंज के लिए प्रतिदिन सौ से अधिक छोटी-बड़ी गाड़ियों का परिचालन इस मार्ग पर होता है। यह सड़क बांकेबाजार और इमामगंज प्रखंड के कई गांवों को जोड़ता है।

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