भभुआ में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं, एक हफ्ते में सात की गई जान, मृतकों में तीन छात्र भी शामिल, दो इलाजरत, प्रशासन की उदासीनता भी वजह
सड़क दुर्घटना में प्रतिदिन किसी न किसी व्यक्ति की मौत हो रही है। इसके अलावा कुछ लोग गंभीर रूप से जख्मी भी हो जा रहे हैं। एक सप्ताह की ही बात की जाए तो सात लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई है। इसमें तीन छात्र भी शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, भभुआ: जिले में इन दिनों सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन कहीं दुर्घटना न हुई हो। सड़क दुर्घटना में प्रतिदिन किसी न किसी व्यक्ति की मौत हो रही है। इसके अलावा कुछ लोग गंभीर रूप से जख्मी भी हो जा रहे हैं। एक सप्ताह की ही बात की जाए तो सात लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई है। इसमें तीन छात्र भी शामिल हैं। दो छात्र तो सीबीएसई की परीक्षा देने वाले थे। जबकि एक छात्र क्रिकेट खेलने के लिए बाइक से जा रहा था।
दो छात्र गंभीर रूप से घायल हुए थे अबतक चल रहा इलाज
बता दें कि बीते गुरुवार को कुदरा में सीबीएसई की परीक्षा देकर लौट रहे रामगढ़ थाना क्षेत्र के लबेदहां गांव निवासी अभिषेक कुमार की मौत हो गई। गुरुवार को ही चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत हाटा अवखरा मार्ग में ट्रक की चपेट में आने से स्कूटी सवार एक छात्र रोहतास निवासी मो. तलहा शकील की मौत हो गई। इसके दो दिन पहले यानी मंगलवार को रामगढ़ थाना क्षेत्र के गोड़सरा गांव निवासी विपिन कुमार सिंह के पुत्र रिशू की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि इन घटनाओं में दो छात्र गंभीर रूप से घायल भी हुए। जिनका इलाज अभी तक चल ही रहा है।
इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई
बीते दिनों कुदरा थाना के देवराढ़ कला गांव निवासी विजय बहादुर सिंह और विकास कुमार की सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। उक्त दोनों व्यक्ति बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान टेंपो की टक्कर से बाइक पलट गई और दोनों घायल हो गए। दोनों घायलों अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा था। इसी दौरान दोनों की मौत हो गई। जबकि बीते मंगलवार को दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच दो पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से चांद थाना क्षेत्र के अमांव गांव निवासी दो लोगों की मौत हो गई। मृतक कैमूर जिले के चांद थाना क्षेत्र के योगेंद्र प्रताप सिंह व कृष्ण सिंह बताए गए।
इस बाबत आम लोगों ने बताया कि सड़क दुर्घटना बढ़ने के बहुत से कारण हैं जिनमें सबसे पहला है सड़कों का कहीं-कहीं ज्यादा खराब होना। दूसरा कारण है अनियंत्रित गति और तीसरा सबसे बड़ा कारण है विभाग की अनदेखी। जगह-जगह पुलिस मुस्तैद हो तो घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकती है।