नाबालिग चालकों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा

जागरण संवाददातानवादा नवादा की सड़कों पर मौत की मंडी लगने के कई कारण हैं। सड़कों पर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 10:06 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:01 AM (IST)
नाबालिग चालकों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा
नाबालिग चालकों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा

गया। नवादा की सड़कों पर मौत की मंडी लगने के कई कारण हैं। सड़कों पर प्रतिबंधित व जर्जर वाहनों का परिचालन एवं नाबालिग चालक सबसे बड़ी वजह है। शहर से लेकर गांव तक की सड़कों पर नाबालिग चालक सुबह से देर शाम तक वाहनों को दौड़ाते फिरते हैं। जिसे यातायात नियम की कोई जानकारी नहीं है। ऐसे वाहनों व चालकों की कभी जांच नहीं की जाती है। परिवहन विभाग व पुलिस पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं होने से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर वैसे वाहनों का परिचालन हो रहा है। जिसके परिचालन की अनुमति नहीं है। इसके कारण लोग समय से पूर्व काल के गाल में समा जा रहे हैं। साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल होकर विकलांगता का शिकार हो रहे हैं। बावजूद सड़कों पर वाहन चलाने वाले नाबालिग चालकों पर पुलिस प्रशासन की ओर से अकुंश नहीं लगाया जा रहा है। और न ही कोई कार्रवाई की जा रही है।

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नाबालिग चालकों के हाथों में वाहन

- राष्ट्रीय राजमार्ग-31 से लेकर विभिन्न सड़कों पर नाबालिग चालक के हाथों में वाहन की कमान है। नगर समेत अन्य सड़कों पर चल रहे ई-रिक्शा, टेम्पो व जुगाड़ वाहन की कमान नाबालिग के हाथों में है। कई चार पहिया वाहनों के संचालक भी कम मजदूरी की लोभ में नाबालिग के हाथों में वाहन को सौंप रखा है। ऐसे में रफ्तार पर ब्रेक नहीं रहने से हमेशा वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इन चालकों के पास वाहन चलाने की लाइसेंस तक नहीं है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि ऐसे नाबालिग चालक पुलिस पदाधिकारी के सामने से वाहन लेकर गुजरते हैं। बावजूद नाबालिग चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

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राजमार्ग पर टेम्पो व जुगाड़ वाहन का परिचालन अवैध

- राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर टेम्पो व जुगाड़ वाहन परिचालन अवैध है। इसके बाद भी प्रतिदिन टेम्पो व जुगाड़ वाहन सड़कों पर सुबह से देर शाम तक परिचालित हो रहे हैं। साथ ही इस तरह के वाहन हमेशा दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। और कई लोग दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं। बावजूद इस तरह के वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं लगाया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग समेत अन्य सड़कों पर टेम्पो व जुगाड़ वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है।

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लाइसेंस निर्गत करने में चालकों की नहीं होती जांच

- वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी होना आवश्यक है। चालकों को यातायात नियमों की जानकारी नहीं होने से भी दुर्घटना में बढ़ोत्तरी हो रही है। परिवहन विभाग द्वारा चालकों को लाइसेंस निर्गत करने से पूर्व जांच तक नहीं की जाती है। कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने के बाद चालान की राशि जमा होते ही लाइसेंस निर्गत कर दिया जाता है। ऐसे तो अधिकांश चालकों के पास लाइसेंस नहीं है। बिना लाइसेंस के चालक वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से कर रहे हैं। वाहन दुर्घटना व मौत में वृद्धि के लिए वाहन संचालक, चालक व प्रशासन जिम्मेवार हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो सड़क दुर्घटनाओं पर अकुंश लगाना संभव नहीं होगा।

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