राजद ने जल भंडारण स्थल पर कचरा फेंकने पर रोक लगाने की मांग की
गया राष्ट्रीय जनता दल का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को टिकारी किला के उत्तर में नगर परिषद द्वारा फेंके जा रहे कचरा वाले जगह का निरीक्षण किया। जिसके बाद शहर के प्राचीन जल भंडारण स्थल में कचरा फेंककर उसे डंप जोन के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई।
गया : राष्ट्रीय जनता दल का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को टिकारी किला के उत्तर में नगर परिषद द्वारा फेंके जा रहे कचरा वाले जगह का निरीक्षण किया। जिसके बाद शहर के प्राचीन जल भंडारण स्थल में कचरा फेंककर उसे डंप जोन के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने निरीक्षण के बाद अनुमंडल पदाधिकारी तथा जिला पदाधिकारी को एक आवेदन भेजकर कचरा फेंकने पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।
अधिकारियों को भेजे गए पत्र में राजद नेताओं ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों से नगर प्रशासन द्वारा शहर का कचरा एकत्रित कर किला के उत्तर टिकारी-कुर्था मार्ग के किनारे अवस्थित जलाशय में डंप किया जा रहा है। जो उचित नहीं है। जलाशय से ना सिर्फ शहर क्षेत्र का भू-जलस्तर बना रहता है। बल्कि इसी जलाशय से जगदीशपुर, चिरैली, मखपा, इस्माइलपुर, गुलारियाचक आदि गांवों के खेतों के पटवन भी होता है। उक्त स्थल से महज 50 से 100 मीटर की दूरी पर एक बड़ी आबादी बसती है और हजारों लोगों का आवागमन उसी रास्ते से होता है। कचरा डंप करने के कारण प्रदूषण और बदबू से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पत्र में यह भी कहा गया है कि एक ओर सरकार विभिन्न जलस्त्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए अरबों रुपयों की योजनाएं चला रही है। वहीं दूसरी ओर एक बृहद जल स्त्रोत को स्वयं सरकार की गलत नीति और जानबूझकर बरती जा रही लापरवाही के कारण उसे समाप्त करने की साजिश की जा रही है। पत्र के माध्यम से राजद नेताओं ने एक सप्ताह के अंदर कचरा का ढेर हटाने और उसका स्थान परिवर्तित करने की मांग की है। ऐसा नही होने पर राजद नेताओं ने इसके खिलाफ चरणबद्ध उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पत्र की प्रतिलिपि प्रमंडलीय आयुक्त को भी भेजी गई है। स्थल का निरीक्षण करने वाले प्रतिनिधिमंडल में जिला राजद के प्रधान महासचिव सुभाष यादव, प्रखंड अध्यक्ष विनोद शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव, राजद नेता अवधेश यादव, मुखिया प्रतिनिधि अनिल यादव, मुन्ना यादव, देवदत्त यादव आदि शामिल थे।