राशन वितरण प्रणाली में धांधली रुक नहीं रही, सुंदरवन के लाभुकों ने डीलरों पर एक बार फिर लगाया आरोप

जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था में पारदर्शिता के लिए पॉस मशीन में लाभुक अपना अंगूठा लगाकर खाद्यन्न का उठाव करने की व्यवस्था की गई है। बिना अंगूठा लगाए लाभुकों को राशन नहीं मिल पाएगा। कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए यह व्यवस्था की गई है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Feb 2021 11:16 AM (IST) Updated:Mon, 15 Feb 2021 11:16 AM (IST)
राशन वितरण प्रणाली में धांधली रुक नहीं रही, सुंदरवन के लाभुकों ने डीलरों पर एक बार फिर लगाया आरोप
जनवितरण प्रणाली के दुकानदार कर रहे धांधली। प्रतीकात्‍मक चित्र।

संवादसूत्र, नारदीगंज (गया)। जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था में पारदर्शिता के लिए पॉस मशीन में लाभुक अपना अंगूठा लगाकर खाद्यन्न का उठाव करने की व्यवस्था की गई है। बिना अंगूठा लगाए लाभुकों को राशन नहीं मिल पाएगा। कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए यह व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं खाद्यान्न वितरण के समय भी प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर पदाधिकारियों के माध्यम से निगरानी की जाती है, बावजूद डीलर द्वारा गरीबों की हकमारी करने की शिकायतें आती रहती है।

हालत यह है कि लाभुकों से खाद्यान्न वितरण के समय प्रत्येक माह दो-दो दफा पॉस मशीन पर अंगूठा लगाया जा रहा है,और उन्हें राशन एक माह का दिया जा रहा है। डीलर यह कहकर उन्हें संतुष्ठ कर देते है कि आपका अंगूठा का निशान पॉस मशीन में नहीं आया है। विवशतावश लाभुक एक माह का ही आवंटन का उठाव कर पाते है। यूं कहा जाए कि एक वर्ष में मात्र छह माह ही खाद्यन्न का लाभ राशन कार्डधारी प्राप्त कर रहें है। यहां चर्चा हो रही है नारदीगंज प्रखंड के डोहरा पंचायत की सुंदरवन गांव की। यह अनुसूचित बाहुल्य गांव है। सबनगंगा से जेठियन जाने वाली मार्ग में पहाड़ी में बसा हुआ यह गांव है।

इस गांव के राशन कार्ड धारियाें की शिकायतें है कि हमलोग अनुसूचित परिवार है। हम लोगोंं को जनवितरण प्रणाली की दुकान से समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। जनवितरण प्रणाली के विक्रेता अमित साव के दुकान से खाद्यन्न का उठाव करते हैं। डीलर के माध्यम से नवम्बर व दिसम्बर माह का खाद्यान्न नहीं दिया गया है । पिछले महिना जनवरी में राशन दिया है,और पॉस मशीन पर हमलोगों से डीलर दो बार अंगूठा लगवाया है। जब भी खाद्यान्न देते हैं,तो हमेशा करते है। जब विरोध करते है तो कहते हैं कि मशीन पर आपका अंगूठा का प्रिंट नहीं आया है। इतना ही नहीं एक माह पीला कार्ड वाले को अपने दुकान पर बुलाकर राशन देते है,तो दूसरे माह में उजला कार्ड वाले लाभुको को राशन देने का काम किया जाता है।

अंतोदय लाभकों से भी 110 रुपये लेकर 35 किलो खाद्यन्न दिया जाता है। जिसमें 15 किलो गेहूं व 20 किलो चावल दिया जा रहा है। प्रत्येक माह डीलर के माध्यम से खाद्यन्न नहीं मिलने से गरीब परिवार के समक्ष संकट की स्थिति बनी रहती है। सुंदरवन के लाभुक राजेन्द्र राजवंशी, कपिल मांझी, महेन्द्र राजवंशी, चमारी मांझी ने साफ कहा कि सरकार डीलर हमसब लोग का हक खा रहें है। साल भर में छह माह ही राशन मिल पाता है। वहीं डीलर अमित साव का कहना है कि प्रत्येक माह खाद्यन्न दे रहे हैं। जो भी नहीं मिलने की बात कहते हैं सफेद झूठ बोल रहे हैं।

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