अंग्रेजी की प्रोफेसर डॉ. रश्मि को हिंदी में मिला स्वर्ण पदक
फोटो-29 -स्नातकोत्तर हिंदी के प्रथम वर्ष की परीक्षा में भी फर्स्ट क्लास फ र्स्ट रह चुकी स्वर्ण पदक मिलने को डॉ. रश्मि ने जीवन का अनोखा पल बताया -------- जागरण संवाददाता गया
गया । गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रो. डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी को नालंदा खुला विश्वविद्यालय द्वारा संचालित हिंदी स्नातकोत्तर परीक्षा में प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए स्वर्ण पदक प्रदान किया गया है। बुधवार को सूबे के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति फागू चौहान ने राजधानी पटना में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दीक्षात समारोह में तालियों की गूंज के बीच गोल्ड मेडल प्रदान कर डॉ. प्रियदर्शनी को सम्मानित किया। 11 दिसंबर को पटना के उत्तरी गाधी मैदान अवस्थित बापू सभागार, सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षात समारोह का भव्य आयोजन किया गया था। कार्यक्रम आरंभ होने के बाद सबसे पहले करतलध्वनि के बीच डॉ. प्रियदर्शनी को स्वर्ण पदक प्राप्त करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, बीएचयू के कुलपति प्रो. आरके भटनागर तथा एनओयू के कुलपति जीसीआर जायसवाल भी उपस्थित थे। एनओयू से हिदी में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली डॉ. प्रियदर्शनी स्नातकोत्तर फाइनल की परीक्षा में तो अव्वल आई हैं।
वह स्नातकोत्तर हिंदी के प्रथम वर्ष की परीक्षा में भी फर्स्ट क्लास फ र्स्ट रह चुकी हैं। उन्हें स्वर्ण पदक प्रदान किए जाने को डॉ. रश्मि ने अपने जीवन का अनोखा पल करार दिया। उन्हें प्राप्त गोल्ड मेडल को उन्होंने अपने लगन और परिश्रम का संतोषजनक परिणाम बताते हुए अपनी सफ लता का श्रेय ईश्वर के आशीर्वाद के साथ ही अपने गुरुजनों, परिजनों, शुभेच्छुओं तथा सहकर्मियों को भी दिया है। विशिष्ट बात यह है कि डॉ. रश्मि अंग्रेजी विषय में भी स्नातकोत्तर परीक्षा में गया कॉलेज की प्रथम टॉपर रह चुकी हैं। डॉ. रश्मि की इस नवीनतम उपलब्धि के लिए अन्य लोगों के अतिरिक्त जीबीएम के प्रिंसिपल डॉ. जावेद अशरफ ने भी उन्हें बधाई दी है। डॉ. अशरफ ने कहा कि डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने अपने इस उपलब्धि से महाविद्यालय परिवार और संस्थान, दोनों को एक नया गौरवबोध प्रदान किया है। स्मरण रहे कि गया के जीबीएम कॉलेज में अंग्रेजी अध्यापन का कार्यभार संभालने से पहले डॉ. प्रियदर्शनी केंद्रीय विद्यालय संगठन में अंग्रेजी की पीजीटी हुआ करती थीं।