दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग में चल रही तैयारी

गया। दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग में तैयारी जोरों पर चल रही है। खराब पड़े दमकलों की ठीक किया जा रहा है। जिले में कही भी आग की घटना घटने पर जल्द से जल्द काबू पाया सके। क्योंकि दीपावली में सबसे अधिक आग की घटना पटाखे से होती है। ऐसे में अग्निशमन तैयारी में लगा है। साथ ही लोगों के बीच जागरूकता अभियान चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 11:47 PM (IST)
दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग में चल रही तैयारी
दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग में चल रही तैयारी

गया। दीपावली को लेकर अग्निशमन विभाग में तैयारी जोरों पर चल रही है। खराब पड़े दमकलों की ठीक किया जा रहा है। जिले में कही भी आग की घटना घटने पर जल्द से जल्द काबू पाया सके। क्योंकि दीपावली में सबसे अधिक आग की घटना पटाखे से होती है। ऐसे में अग्निशमन तैयारी में लगा है। साथ ही लोगों के बीच जागरूकता अभियान चल रहा है। दीपावली में पटाखे, दीया, मोमबत्ती का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए। दीपावली को लेकर विभाग द्वारा जिले में 28 दमकल लगाया गया है। जिसमें 12 बड़ा एवं 16 छोटा दमकल है। अग्निशमन पदाधिकारी अरविद प्रसाद ने कहा दीपावली एवं छठ पर्व को लेकर अग्निशमन विभाग ने सभी तैयारी पूरा कर लिया है। जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों तक छोटा और बड़ा दमकल पूरी तहत से तैनात है। आग की सूचना मिलते ही स्थल पर दमकल पहुंच जाएगी।

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कहां-कहां तैनात है दमकल

आग से निपटने के लिए जिले में कई स्थानों पर दमकल की तैनात है। जिसमें फायर स्टेशन में छह, शेरघाटी अनमुंडल मुख्यालय में तीन, नीमचक बथानी में दो, टिकारी में दो एवं बोधगया में दो दमकल लगा है। इसके अलावा 18 थानों में छोटा दमकल लगा है।

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200 मीटर तक पाया जा सकता आग पर काबू

तंग गलियों में आग पकडऩे पर दो सौ मीटर तक आग में काबू पाया जाता सकता है। छोटा दमकल से पानी का छिड़काव पाइप द्वारा किया जाता है। क्योंकि एक दमकल में 200 मीटर तक ही पाइप लगा रहता है। उससे अधिक दूरी होने पार दूसरा पाइप जोड़ा जाता है।

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आग से बचने का उपाय

. घर में अधिक मात्रा में पटाखा का भंडार नहीं करें।

. बच्चों द्वारा पटाखा जलाने के समय घर को कई सदस्य उपस्थित रहे।

. तंग गलियों या घरों के अंदर पटाखा नहीं छोड़कर खुले मैदान में छोड़े।

. राकेट छोडऩे पर यथासंभव परहेज करे। क्योंकि सबसे अधिक घटना इसी से होती है।

. आतिशबाजी करते समय बाल्टी में पानी रखें।

. ढीले या सिथेटिक कपड़े पहचकर दीया, मोमबती या पटाखा नहीं जलाए।

. दुकानों में पूजा-पाठ के पश्चात चलती हुए दीपक एवं अगरबत्ती जलते हुए नहीं छोड़कर नहीं जाएं।

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आग लगने में इन नंबर करें संपर्क

आग लगने पर अग्निशमन सेवा का आपातकालीन नंबर 101, 7485805958 पर सूचना दे सकते है।

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