गया में मुफ्त मिलने वाले अनाज की हो रही बंदरबांट, प्रमुख ने लगाया आरोप, दो गाड़ियों को पकड़ा
गया जिले के मोहनपुर प्रखंंड के प्रमुख ने एफसीआइ का चावल लदी दो गाड़ियों को घेरकर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप है कि ये चावल कालाबाजारी की नीयत से ले जाई जा रही थी। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
मोहनपुर (गया) संवाद सूत्र। मोहनपुर प्रखंड के बलियारी मोड़ के पास शुक्रवार को प्रखंड प्रमुख संजय कुमार अकेला ने एफसीआइ का चावल लदी दो गाड़ी (FCI Rice Loaded Vehicles) रोकी। पूछताछ की लेकिन चालक ने बताने से इन्कार कर दिया कि वह इसे किस डीलर के यहां ले जा रहा है। प्रमुख ने चालान मांगा तो चालक ने कहा कि हमें चालान नहीं दिया जाता है। तब इसकी सूचना थाने को दी गई। पुलिस ने दोनों गाड़ियों को तत्काल कब्जे में ले लिया है। हालांकि गोदाम प्रबंधक ने बाद में चालान दिखाया है। लेकिन आपूर्ति पदाधिकारी के आने का इंतजार पुलिस कर रही है।
चालकों ने नहीं दिखाया चालान
थानाध्यक्ष विकास चंद्र यादव ने बताया कि एक वाहन पर 110 बोरा में 66 क्विंटल 10 किलो अनाज है। वहीं दूसरे वाहन पर 108 बोरे में 55 क्विंटल अनाज लदा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब वाहन को थाने लाया गया तो 10:39 बजे गोदाम प्रबंधक ने चालान का प्रिंट आउट दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले के बारे में आपूर्ति पदाधिकारी को दूरभाष के माध्यम से सूचना दी गई है। वे किसी कार्य को लेकर बाहर गए हुए हैं। वे कल लौट कर आएंगे। इधर प्रमुख संजय कुमार अकेला ने बताया कि मोहनपुर प्रखंड में सरकार की ओर से जो मुफ्त अनाज दिया जा रहा है, उसका बंदरबांट किया जा रहा है। गोदाम से लेकर डीलर तक की मिलीभगत है। इस कारण आम लोगों को सही से राशन नहीं मिल पा रहा है।
बिजली कट जाने के कारण चालान नहीं दे सके थे
इधर गोदाम प्रबंधक सुरेश कुमार ने बताया कि बिजली कट जाने के कारण चालान चालक को नहीं दिया गया था। लेकिन जो राशन जा रहा था उसकी इंट्री की गई थी। उन्होंने कहा कि यह राशन डीलर निजामुद्दीन धरारा एवं पैक्स अध्यक्ष शशि कुमार धरहरा के गोदाम ले जाया जा रहा था। इधर पूरी मामले में जांच में पुलिस जुटी हुई है कि अनाज सही जगह पर जा रहा था या इसकी कालाबाजारी का प्रयास था।