Lockdown in Rohtas: लॉकडाउन तोड़ने वालों का पुलिस ने लिया हाल-चाल, जमकर की आवभगत
रोहतास में लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी करने वालोंपर बुधवार को पुलिस-प्रशासन की नजरें टेढ़ी रहीं। इस दौरान कई लोगों को पुलिस ने डंडे लगाए तो कई को उठक-बैठक कराई। हालांकि अधिकांश दुकानें सुबह से ही बंद रहीं।
सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। कोरोना के मद्देनजर लॉकडाउन (Lockdown for Coronavirus) का अनुपालन कराने के लिए अधिकारी से लेकर सुरक्षाकर्मी तक पूरी तरह तत्पर दिखे। बसों समेत अन्य वाहनों का परिचालन और दिनों की अपेक्षा कम रहा। सुबह में 11 बजते ही एएसपी अरविंद प्रताप सिंह, सासाराम नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह समेत अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षाकर्मियों की टोली शहर के चौक-चौराहों व मुख्य बाजार में पहुंच गई। वे लॉकडाउन के अनुपालन में जुट गए।
किराना व सब्जियों को छोड़, अन्य दुकानें रहीं बंद
हालांकि सब्जी व किराना को छोड़ शहर की अधिकांश दुकानें सुबह से ही बंद रही। सड़क से लेकर रेलवे स्टेशन तक सन्नाटा पसरा रहा। लॉकडाउन का असर रेलवे पर भी देखने को मिला। टिकट काउंटर व प्लेटफार्म पर सन्नाटा रहा। प्लेटफार्म पर वैसे ही लोग दिखे, जो दूसरे शहर से वापस लौटे थे। टिकट काउंटर पर इक्के-दुक्के लोग मिले, वह भी टिकट वापसी कराने वाले। सिर्फ 25 से 30 फीसद ही यात्रा के लिए टिकट कराने के लिए पहुंचे थे।
गाइडलाइन का उल्लंंघन करने वालों की रही शामत
इस दौरान कुछ ऐसे भी लोग थे जो कोरोना के गाइडलाइन की अनदेखी कर रहे थे। यूं कहें गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे थे। ऐसे लोगों की शामत आ गई। कहीं उन्हें पुलिस के डंडे का स्वाद चखना पड़ा तो कहीं कान पकड़कर उठक-बैठक करनी पड़ी। पोस्ट ऑफिस चौक, करगहर रोड मोड, धर्मशाला चौक पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने वैसे लोगों की जमकर खैरियत ली। क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठा कर ले जाने वाले ऑटो चालकों को भी दंडित किया गया। सुबह में सब्जी व किराना दुकानों पर सामान खरीदने वालों की भीड़ रही। निर्धारित समय के बाद दुकान खोलने वालों को बंद कराया गया। हालांकि लाख हिदायत के बावजूद लोगों के बीच शारीरिक दूरी का अभाव दिखा। न तो दुकानदार में कोरोना का भय दिखा न खरीदारों में। वैसे लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने हड़काया।
बाइक सवार से पूछताछ करते पुलिसकर्मी। जागरण