दस दिनों बाद भी दुष्कर्म के आरोपित को नहीं पकड़ पाई पुलिस, पीड़िता के स्वजन को केस उठाने की दी जा रही धमकी
गया के डोभी थाना क्षेत्र में दुष्कर्म की घटना के करीब दस दिन बीत गए हैं। घटना से आहत किशोरी ने आग लगाकर जान दे दी। बावजूद पुलिस की कार्रवाई सुस्त है। अभी तक आरोपित को पुलिस पकड़ नहीं पाई है।
संवाद सूत्र, डोभी (गया)। जिले के डोभी थाना क्षेत्र में तीन फरवरी को एक किशोरी के साथ गांव के ही वहशी ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इससे आहत किशोरी ने केरोसिन उड़ेलकर अपने शरीर में आग लगा ली थी। इलाज के दौरान घटना के अगले दिन ही अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। घटना को लेकर स्वजनों ने आरोपित पर प्राथमिकी दर्ज कराई। लेकिन दस दिनों बाद भी आरोपित को पुलिस पकड़ नहीं पाई है। इधर, आरोपित के स्वजन पीड़िता के घर के लोगों को केस उठाने की धमकी दे रहे हैं। इससे वे डरे-सहमे हुए हैं।
आंदोलन के बाद भी पुलिस पर बेपरवाह रहने का आरोप
किशोरी के पिता अपनी बेटी के इंसाफ दिलाने के लिए थाने का चक्कर लगा रहे है। स्वराज पार्टी की ओर से भी न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया। अखिल भारतीय नाई समाज ने घटना के विरोध में सीएम का पुतला दहन किया था। लेकिन पुलिस जैसे बेअसर है। डोभी के नाई समाज के अध्यक्ष रामसेवक ठाकुर ने कहा कि पुलिसिया कार्यशैली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दुष्कर्मी को सजा मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। समाज की बैठक में आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। दबंगो ने जिस तरह की घटना को अंजाम दिया है। इसको लेकर सरकार से हस्तक्षेप की मांग करहे हैं। एससी-एसटी के नाम पर अन्य वर्ग के लोगों को दबाने का कार्य किया जा रहा है।
इस सरकार में अपराध चरम सीमा पर
राजद के नेताओ ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। कहा कि इस सरकार में अपराध चरम सीमा को पार कर गया है। दुष्कर्म और उसके बाद हत्या का मामला में पुलिस के कार्रवाई में शिथिलता अपने आप में सवाल खड़े करता है। इधर इस संदर्भ में डोभी थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने कहा कि आरोपित को गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश की जा रही है। जल्द ही इस घटना में शामिल लोग पुलिस के गिरफ्त मे होंगे।