पितृपक्ष मेला के लिए सजने लगा देवघाट

- रोशनी के लिए लगी लाइट, मेला को यादगार बनाने में जुटा प्रशासन जागरण संवाददाता, गया : विश्वप्र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 03:27 AM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 03:27 AM (IST)
पितृपक्ष मेला के लिए सजने लगा देवघाट
पितृपक्ष मेला के लिए सजने लगा देवघाट

- रोशनी के लिए लगी लाइट, मेला को यादगार बनाने में जुटा प्रशासन

जागरण संवाददाता, गया : विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला के शुरू होने में कुछ ही दिन रह गए हैं। मोक्षभूमि गया में एक पखवारे तक चलने वाला पितरों की मुक्ति का महापर्व 23 सितंबर से शुरू हो जाएगा।

जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन मेला को यादगार बनाने में जुट गया है। कोशिश है कि श्रद्धालु अच्छा संदेश लेकर वापस लौटें। इसको लेकर देवघाट को सजाने-संवारने का काम काफी तेजी से किया जा रहा है। देवघाट पर दो बड़े पंडाल लगाए जा रहे हैं। पंडाल में पिंडदानी आराम से पिंडदान एवं श्राद्धकर्म कर सकते हैं। घाट पर श्रद्धालुओं के लिए एक आरओ मशीन लगाई गई है। पंडाल में कई तरह के पोस्टर भी लगाए गए हैं। जिसमें पिंडदान एवं तर्पण करते हुए श्रद्धालुओं के चित्र के साथ हेल्पलाइन नंबर भी अंकित है। साथ ही जिले के आलाधिकारी के साथ कई महत्वपूर्ण फोन नंबर का भी बोर्ड लगाया गया है। नगर निगम के सफाई पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि पितृपक्ष मेला को लेकर देवघाट को सजाने का काम काफी तेज गति से किया जा रहा है। सभी काम 22 सितंबर तक समाप्त हो जाएगा। घाट पर सौ फीट का एक और साढ़े तीन सौ फीट का पंडाल लगा गया है। यह वाटरप्रूफ पंडाल है।

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घाट पर चालू हुआ कृत्रिम झरना

पितृपक्ष मेला में पिंडदानियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा झरना लगाया गया है। इसमें पिंडदानी स्नान कर कर्मकांड कर सकते हैं। पीएईडी ने देवघाट स्थित कृत्रिम झरना को चालू कर दिया है। कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी बनाया गया है।

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तीन पालियों में होगी सफाई

पितृपक्ष मेला को देखते देवघाट पर तीन पाली में सफाई की जाएगी। यहां 60 सफाईकर्मी काम कर रहे हैं। अभी दो पाली में सफाई की जा रही है। 23 सितंबर से तीन पाली में सफाई कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा।

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दूधिया रोशनी में देवघाट

मेला को देखते हुए देवघाट पर फल्गु नदी में अस्थायी पोल खड़ा कर 50 लाइट लगाई गई है, जिससे घाट के साथ नदी भी रोशनी से पूरी तरह जगमग करेगी। इतनी अधिक संख्या में लाइट पहली बार लगाई जा रही है।

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एक पखवारे तक होगी फल्गु आरती

एक पखवारे तक चलने वाला पितृपक्ष मेला में देवघाट पर हरिद्वार और वाराणसी की तरह फल्गु आरती होती है। फल्गु आरती संध्या के समय होती है, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।

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कहां पर स्थित है देवघाट

विष्णुपद से उत्तरी दिशा में फल्गु नदी के किनारे स्थित है देवघाट। मंदिर से घाट की दूरी लगभग एक सौ मीटर है। पितृपक्ष में देवघाट में पिंडदान के लिए काफी संख्या में पिंडदानी आते है।

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