दयामयी की निर्दयता की तस्वीर: सड़क किनारे फेंक दी नवजात बच्ची को, यशोदा बन आई अंबा की भुइंया

अंबा हरिहरगंज एनएच-139 सड़क किनारे शनिवार की सुबह विराज बिगहा भुइयां टोली स्थित पीच प्लांट के समीप एक मासूम बच्ची फेकीं हुई मिली। वस्त्र में लिपटी हुई नवजात बच्ची देखने पर बिलकुल स्वस्थ लग रही थी पर उसकी दोनों आंखे बंद थे।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:05 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:05 PM (IST)
दयामयी की निर्दयता की तस्वीर: सड़क किनारे फेंक दी नवजात बच्ची को, यशोदा बन आई अंबा की भुइंया
अंबा में सड़क किनारे फेंकी मिली बच्‍ची। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद)। अंबा हरिहरगंज एनएच-139 सड़क किनारे शनिवार की सुबह विराज बिगहा भुइयां टोली स्थित पीच प्लांट के समीप एक मासूम बच्ची फेकीं हुई मिली। वस्त्र में लिपटी हुई नवजात बच्ची देखने पर बिलकुल स्वस्थ लग रही थी पर उसकी दोनों आंखे बंद थे। प्रथम दृष्टया मासूम देखने से दृष्टिबाधित प्रतीत हो रही थी। बच्ची की रूलाई सुनकर स्थानीय करीमन भुइयां की पत्नी वहां पहुंच गई।

इसके पश्चात उसने तुरंत हीं मासूम को आंचल का छांव दिया। यह देख उक्त गांव के दर्जनों महिला व पुरूष  घटनास्थल पर पहुंच कर तरह-तरह की बातें करने लगें। मासूम का उम्र लगभग दो माह का बताया जा रहा था। कुछ लोग बच्ची का किस्मत का कोस रहे थे तो कुछ जन्म देने वाली मां को निर्दयी बता रहे थे। महिलाओं से यह भी सुनने को मिला कि कैसी वह मां थी जिसे तनिक भी दया नहीं आई। वो नारी नहीं नागिन रही होगी। वहां यह भी सुना गया कि नेत्रहीन होने के वजह से मासूम के माता पिता सड़क किनारे फेंक दिया होगा।

स्थानीय कोलेश्वर भुइयां व मुनारिक भूईयां सहित ने बताया कि एक बाइक सवार सुबह तकरीबन 8 बजे महिला के साथ सड़क के किनारे गया था। लोगों को ऐसा लगा कि शौच के लिए वह जा रही है, इसके कुछ देर बाद बच्चे की रोने की आवाज आयी। समाजसेवी नवीन कुमार पांडेय व लवकुश पांडेय द्वारा लावारिस बच्ची फेंकी हुई मिलने की सूचना अंबा थाना को दी। पुलिस व विभागीय कार्यालय पटना को को भी सूचना दी गई। संबधित विभाग व प्रशासन के पहल पर उक्त मासूम को सदर अस्पताल औरंगाबाद के चिकित्सकों को सौंपा गया है।

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