गया के सभी अतिरिक्‍त प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों का विभाग करेगा भौतिक सत्यापन

गया जिले के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के एक एप के माध्‍यम से यह कार्य किया जा रहा है। सत्‍यापन का काम पांच नवंबर तक पूर्ण कर लेना है।

By Edited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 07:46 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 07:46 AM (IST)
गया के सभी अतिरिक्‍त प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों का विभाग करेगा भौतिक सत्यापन
स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों के भवनों का होगा भौतिक सत्‍यापन।

जेएनएन, गया। स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था सुधारने की दिशा में महकमा सतर्क हुआ है। इस क्रम में जिले के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने के उद्देश्य से यह कराया जा रहा है। यह कार्य पांच नवंबर तक पूर्ण कर लेना है।

सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को बेहतर बनाने के लिए भौतिक सत्यापन कराने की योजना स्वास्थ्य विभाग ने तैयार की है। सत्यापन में स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों व संसाधनों को देखा जाएगा। इस बारे में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक की ओर से सिविल सर्जन को पत्र भेजा गया है। पत्र में सीएस व डीपीएम को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि राज्य में स्थित सभी अतिरिक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवनों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। भवनों और वहां की भूमि का सत्यापन करवाते हुए उनके रखरखाव एवं मरम्मत कार्य में होने वाले व्यय की गणना की जाएगी। ओडीके एप के जरिए होगा सत्यापन - भौतिक सत्यापन के लिए स्टेट रिसोर्स यूनिट की ओर से विकसित किए गए ओडीके एप की मदद ली जाएगी। इसके लिए एसआरयू की ओर से अपने संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भौतिक सत्यापन के दौरान संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों का फोटो प्राप्त कर इसे ओडीके एप पर अपलोड किया जाना है। इसमें केयर इंडिया के पदाधिकारी, प्रखंडों के स्वास्थ्य प्रबंधक व प्रभारी सहयोग करेंगे।  5 नवम्बर तक भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश -भौतिक सत्यापन का काम प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक व केयर इंडिया के प्रतिनिधि संयुक्त रूप से करेंगे। पत्र में कहा गया है कि भौतिक सत्यापन का काम 5 नंवबर तक हर हाल में पूर्ण कर लेना है। सत्यापन की हर रिपोर्ट ऑनलाइन माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराई जाएगी।

chat bot
आपका साथी