पीएम केयर फंड से टिकारी अस्‍पताल में लगेगा ऑक्‍सीजन प्‍लांट, प्रति मिनट दो सौ लीटर होगी सप्‍लाई

प्रधानमंत्री केयर फंड से टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल में दो सौ लीटर क्षमता का आक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। शुक्रवार से इसका निर्माण कार्य शुरू कर एक सप्‍ताह में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। प्रति मिनट दो सौ लीटर ऑक्‍सीजन की सप्‍लाई इससे हो सकेगी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:14 PM (IST)
पीएम केयर फंड से टिकारी अस्‍पताल में लगेगा ऑक्‍सीजन प्‍लांट, प्रति मिनट दो सौ लीटर होगी सप्‍लाई
ऑक्‍सीजन प्‍लांट के लिए स्‍थल का जायजा लेते सीएस व अन्‍य। जागरण

टिकारी (गया),संवाद सहयोगी। गया के टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल के लिए गुरुवार को एक और अच्छी एवं मरीजों के लिए राहत देने वाली खबर सामने आई। अस्पताल परिसर में प्रधानमंत्री केयर फंड (Prime Minister Care Fund) से 200 लीटर की क्षमता का एक ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाया जाएगा। प्लांट का कार्य शुक्रवार से शुरू होगा और एक सप्ताह के अंदर इसे चालू भी कर दिया जाएगा। इसके अलावा टिकारी अस्पताल को 17 और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्‍ध कराया गया है। इसी के साथ अब अस्पताल में अब कुल 28 कंसंट्रेटर हो गए हैं।  

प्लांट के लिए अधिकारियों ने स्थल का किया निरीक्षण

ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ के के राय के साथ अधिकारियों की एक टीम टिकारी अस्पताल पहुंची। ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए अस्पताल परिसर का भ्रमण किया। इस क्रम में अस्पताल के पीछे एएनएम ट्रेनिंग स्कूल जाने वाले मार्ग में मुख्य द्वार से सटा स्‍थल प्लांट के लिए उपयुक्त बताया गया। सिविल सर्जन के साथ डीपीएम नीलेश कुमार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) के इंजीनियर गौरव प्रकाश सिंह, राकेश रंजन, शशांक प्रसाद, आर के कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश नारायण सिंह, राजू कुमार मिश्रा एवं अभय कुमार दुबे आदि ने भी जगह को उपयुक्त बताया। जिसके बाद एनएचएआई के इंजीनियर गौरव ने आरके कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर और इंजीनियर को शुक्रवार से प्लांट निर्माण का कार्य प्रारंभ कर देने का निर्देश दिया। निरीक्षण टीम के अधिकारियों ने बताया कि सात दिनों के अंदर निर्माण कार्य पूरा और मशीन को इंस्टॉल कर लिया जाएगा। जिसके बाद पूर्ण रूप से चालू कर यह प्लांट अस्पताल प्रशासन को सुपुर्द कर दिया जाएगा। प्लांट की क्षमता 200 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन सप्लाई की होगी।

सिविल सर्जन एवं डीपीएम ने अस्पताल का किया निरीक्षण 

ऑक्सीजन प्लांट का स्थल निरीक्षण और चयन के बाद सिविल सर्जन एवं डीपीएम अस्पताल के सभी वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों और डियूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। निरीक्षण के बाद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विश्वमूर्ति मिश्रा से बातचीत की। सिविल सर्जन ने उपाधीक्षक को यह भी निर्देशित किया कि अस्पताल में भर्ती ऐसे रोगी जिनका डी डायमर टेस्ट या सीआरपी टेस्ट जो कि अस्पताल में नहीं होता है बाहर के किसी लैब से कराएं और उसकी राशि रोगी कल्याण समिति के खाते से भुगतान करें।

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