Good News: गया के शेरघाटी अनुमंडलीय अस्‍पताल में लगेगा ऑक्‍सीजन प्‍लांट, यूनि‍सेफ करेगा सहयोग

शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में यूनिसेफ के सहयोग से ऑक्‍सीजन प्‍लांट लगाया जाएगा। इसके लिए जगह चिह्नित कर लिया गया है। एक सप्‍ताह में इसका काम शुरू होने की उम्‍मीद है। कोरोना काल में ऑक्‍सीजन की कमी झेल रहे लोगों के लिए यह अच्‍छी खबर है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 06:17 PM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 06:17 PM (IST)
Good News:  गया के शेरघाटी अनुमंडलीय अस्‍पताल में लगेगा ऑक्‍सीजन प्‍लांट, यूनि‍सेफ करेगा सहयोग
ऑक्‍सीजन प्‍लांट के लिए चिह्नित जगह। जागरण

शेरघाटी (गया), संवाद सहयोगी। शेरघाटी अनुमंडल अस्पताल परिसर में यूनिसेफ (UNICEF) के सहयोग से ऑक्‍सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाया जाएगा। अस्पताल के बीसीएम जयंत कुमार ने शनिवार को बताया कि प्लांट लगाने के लिए अभियंताओं का दल यूनिसेफ के साथ स्थल निरीक्षण कर चुका है। अनुमंडल अस्पताल के पीछे खाली पड़े एक जगह का चयन इसके लिए किया गया है। इसपर करीब 50 लाख रुपये की लागत आएगी।कोरोना महामारी को देखते हुए प्लांट को तेजी से पूरा करने की योजना है।

अनुमंडल का होगा पहला प्‍लांट 

बीसीएम ने बताया कि अनुमंडल के अंतर्गत यह ऑक्सीजन का पहला प्लांट होने वाला है। ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाने से पूरे शेरघाटी अनुमंडल के नौ प्रखंडों की लगभग 10 लाख की आबादी को सुविधा मिलेगी। आए दिन कोरोना मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता बढ़ रही है। प्लांट शुरू हो जाने के बाद ऑक्सीजन की आपूर्ति में सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि आगामी एक से डेढ़ माह में ऑक्सीजन प्लांट पूर्ण होने की संभावना जताई गई है। प्लांट चालू करने के लिए आगामी सप्ताह में काम प्रारंभ कर दिए जाने की योजना है।

आठ मरीज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती

अनुमंडल अस्पताल शेरघाटी के कोविड सेंटर में दो स्तरों पर मरीजों को बेड उपलब्ध कराया जा रहा है। बीसीएम सह प्रभारी स्वास्थ्य प्रबंधक जयंत कुमार ने बताया कि आइसोलेशन सेंटर में आठ मरीज फिलहाल भरती हैं। जिन्हें सारी चिकित्सा सुविधा मिल रही है। जबकि अस्पताल परिसर स्थित केवल लक्षण पाए जाने वाले छह मरीज को अलग से रखा जा रहा है। इसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। वैसे मरीज जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। परंतु ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा हो। वैसे मरीजों को अस्पताल परिसर के एक अलग वार्ड में रख कर के ऑक्सीजन एवं अन्य चिकित्सा परामर्श और सुविधा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि  पूर्वाहन दोपहर ऑक्सीजन दोनों ही केंद्रों में समाप्त हो चुका था। परंतु फिलहाल ऑक्सीजन का एक दर्जन सिलेंडर प्राप्त हो चुका है। ऐसे में चिकित्सा सुविधा में कोई परेशानी नहीं है।

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