भारत माता की जयकार के साथ वर्तमान परिदृश्य में हमारा कर्तव्य विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के तत्वावधान में पुण्य भूमि भारत तथा वर्तमान परिदृश्य में हमारा कर्तव्य विषय पर आनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया। जिसमें बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित रहें।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 04:59 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 04:59 PM (IST)
भारत माता की जयकार के साथ वर्तमान परिदृश्य में हमारा कर्तव्य विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन
ऑनलाइन व्‍याख्‍यान में अपनी बातों को रखते वक्‍ता। जागरण।

जागरण संवाददाता, गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच के तत्वावधान में 'पुण्य भूमि भारत तथा वर्तमान परिदृश्य में हमारा कर्तव्य' विषय पर आनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया। जिसमें बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ एकल गीत 'मातृ मंदिर का समर्पित दीप मैं' गाते हुए नीरज त्रिपाठी ने किया।

मगध विश्वविद्यालय-बोधगया के वरिष्ठ प्रोफेसर पीयूष कमल सिन्हा विषय प्रवेश करते हुए मुख्य वक्ता को उद्बोधन के लिए आमंत्रित किए। अपने उद्बोधन के दौरान सोलंकी ने भारत की एतिहासिक पृष्ठभूमि पर विचार व्यक्त करते हुए बताया कि भारत एक प्राचीन राष्ट्र है। यह ज्ञान की भूमि है, भारत माता साक्षात् मां सरस्वती है। जो समस्त विश्व को शुन्य, न्यूध विधा मार्सल आर्ट, अणु-प्रमाणु, पाई, इलेक्ट्रॉनिक मेल-हॉट मेल जैसे अनेक चीज देने का कार्य किया है। हमारा भारत एक से बढ़कर एक महापुरुष को जन्म दिया, जो भारत ही नहीं समस्त विश्व का नेतृत्व करते थे। उन्होंने बताया कि भारत ही एक ऐसा देश है जो भारतभूमि को माता मानता है और अपनी मातृभूमि को पुजता है।

सोहन सिंह सोलंकी ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हमें एक दूसरे के मदद के लिए आगे आना चाहिए। क्यूंकि जन सहयोग से ही इस विपत्ति से हम जीत सकते हैं। हम सब सकारात्मक रह कर, मजबूत मन: स्थिति से, आत्मबल से, मजबूत इच्छाशक्ति के साथ, बुद्धि-विवेक से एवं संगठित रह कर कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं और उस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।‌ अंत में वे भारत वंदन की भूमि है, अभिनंदन की भूमि है, कर्म भूमि है, पुण्य भूमि है। भारत माता की जयकार कोई नारा नहीं, हमारे प्राणों की संख ध्वनि है। उक्त बातें बताते हुए अपने वक्तव्य का समापन किए। कार्यक्रम का अध्यक्षता जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के प्रतिकुलपति प्रो.लक्ष्मी नारायण सिंह, संचालन डॉ.गोपाल सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर कामता प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर दक्षिण बिहार प्रांत के सह प्रांत प्रचारक उमेश रंजन, बजरंग दल के क्षेत्र संयोजक जन्मेजय उपस्थित रहें। अंत में सौरभ कमल के द्वारा शांति पाठ कर कार्यक्रम का समापन किया गया।

chat bot
आपका साथी