बनने के महज 24 घंटे बाद ही उखड़ने लगी सड़क, गया में दो करोड़ बजट वाली सड़क की अफसरों ने की जांच

गया जिले के टिकारी प्रखंड अंतर्गत रेबई-लोदीपुर-अमरपुर सड़क निर्माण के 24 घंटे बाद ही उखड़ने लगी। इसकी शिकायत मिलने के बाद बुधवार को ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल टिकारी के अधिकारियों की एक टीम ने पहुंच कर जांच की।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 09:27 AM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 09:27 AM (IST)
बनने के महज 24 घंटे बाद ही उखड़ने लगी सड़क, गया में दो करोड़ बजट वाली सड़क की अफसरों ने की जांच
सड़क की जांच करते कार्यपालक अभियंता व अन्‍य। जागरण

टिकारी (गया), संवाद सहयोगी। जिस सड़क का बजट दो करोड़ रुपये का हो और वह बनने के कुछ दिनों बाद ही उखड़ने लगे तो इसे क्‍या कहेंगे। खैर गया जिले के टिकारी प्रखंड अंतर्गत रेबई-लोदीपुर-अमरपुर सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद बुधवार को ग्रामीण कार्य विभाग, प्रमंडल टिकारी के अधिकारियों की एक टीम पहुंची। इस मामले में की गई शिकायत की जांच की।

कार्यपालक अभियंता के नेतृत्‍व में टीम ने की जांच

विभाग के कार्यपालक अभियंता रुपेश कुमार के नेतृत्व में गई अधिकारियों की टीम ने उन जगहों की जांच की जहां लेवलिंग का प्री मिक्सकिंग मटेरियल उखड़ गया था। अधिकारियों की टीम ने मैटेरियल बिछाने से पूर्व इमल्सन के प्रयोग की मात्रा, मैटेरियल की गुणवत्ता, थिकनेस सहित बनने के साथ उखड़ने के कारणों के तकनीकी पहलुओं की भी जांच की। जांच प्रक्रिया के बाद कार्यपालक अभियंता ने संवेदक मुकेश कुमार को क्षतिग्रस्त सड़कों की गुणवत्तापूर्ण मैटेरियल के साथ पुनः मरम्मत करने, निर्माण कार्य के दौरान भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए बैरियर लगाने आदि कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इस संबंध में जेई मनोज कुमार निराला ने बताया कि जांच के दौरान संवेदक को गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण की सख्त हिदायत दी गई है। जांच टीम में विभाग के सहायक अभियंता अविनाश कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। जांच के दौरान रेबई ग्राम के शिकायतकर्ता एवं बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।

सचिव समेत अन्‍य अधिकारियों से की गई थी शिकायत

यंहा बता दें कि अनुरक्षण नीति 2018 के तहत उक्त सड़क जिसकी लंबाई 4.8 किमी है लगभग दो करोड़ की लागत से निर्माण कराया जा रहा है। मालूम हो कि रेबई के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में व्यापक अनियमितता एवं गड़बड़ी की लिखित शिकायत ग्रामीणों ने विभाग के कार्यपालक अभियंता से करते हुए उसकी प्रतिलिपि सचिव पथ निर्माण विभाग, जिला पदाधिकारी गया और एसडीओ टिकारी को भेजी थी। सड़क निर्माण के 24 घंटे के अंदर जगह जगह उखड़ने लगी थी।

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