गणतंत्र दिवस का परेड देखने अधौरा की महिला व पुरुष दिल्ली रवाना, देखेंगे मंत्रालयों के कामकाज भी

कैमूर जिले के दो आदिवासी वर्ग के लोग राजपथ पर गणतंत्र दिवस का परेड देखने के लिए गुरुवार को रवाना हुए। दोनों लोग परेड देखने के बाद कई विशिष्ट लोगों से मुलाकात करेंगे। कैमूर से पहली बार कोई दिल्ली का परेड देखने के लिए बुलाया गया है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 04:28 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 04:28 PM (IST)
गणतंत्र दिवस का परेड देखने अधौरा की महिला व पुरुष दिल्ली रवाना, देखेंगे मंत्रालयों के कामकाज भी
दिल्‍ली के लिए ट्रेन लेने आए अधौरा की महिला और पुरुष। जागरण।

संवाद सहयोगी, भभुआ। कैमूर जिले के दो आदिवासी वर्ग के लोग राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड देखने के लिए गुरूवार को रवाना हुए। दोनों लोग परेड देखने के बाद कई विशिष्ट लोगों से मुलाकात करेंगे। कैमूर से पहली बार कोई दिल्ली का परेड देखने के लिए बुलाया गया है। दोनों के साथ में जिले के सदर प्रखंड के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अशोक कुमार विभागीय निर्देश के आलोक में उनको लेकर गए हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जिले के कल्याण विभाग को पत्र आया था। जिसमें दो आदिवासी समूह के लोगों को चिह्नित करना था। जिसमें एक महिला तथा एक पुरूष को चयन करते हुए रिपोर्ट भेजी गई थी। गुरूवार को भभुआ प्रखंड के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अशोक कुमार अधौरा प्रखंड के चफना गांव निवासी रजीया देवी तथा अधौरा प्रखंड के लोंदा गांव निवासी करमू सिंह को लेकर गुरूवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए।

सूत्रों की मानें तो वहां पर दिल्ली में झंडोत्तोलन, परेड देखने के बाद उनको मंत्रालय में ले जाया जाएगा। इसके अलावा अन्य चीजें भी निर्धारित है। बता दें कि जिले के पहाड़ी प्रखंड अधौरा निवासी उक्त दोनों महिला व पुरुष के दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड देखने के लिए जाने से प्रखंड क्षेत्र के लोगों में काफी हर्ष है। विकास के कई मायने में पीछे अधौरा प्रखंड के लोगों को दिल्ली में परेड देखना किसी गौरव क्षण से कम नहीं।

जब इस बात का पत्र आया था तो इस प्रखंड के लोगों में काफी खुशी थी। क्योंकि अधौरा प्रखंड जिला मुख्यालय भभुआ नगर से लगभग 70 किमी दूर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है। यहां के लोगों को जिला मुख्यालय आने में भी सोचना पड़ता है। यहां के लोग मेहनत मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं। ऐसे में यहां के लोगों को दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिलना बहुत गर्व की बात है।

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