एक हजार एएनएम को मिली विशेष वर्क स्टेशन किट

गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गया ने एक और अनूठी पहल की है। जिले की एक हजार एएनएम को विशेष एएनएम वर्क स्टेशन किट दी गई है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर डिस्ट्रिक मिनरल कोष की राशि से एक विशेष प्रकार का बैग तैयार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 11:23 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 11:23 PM (IST)
एक हजार एएनएम को मिली विशेष वर्क स्टेशन किट
एक हजार एएनएम को मिली विशेष वर्क स्टेशन किट

गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में गया ने एक और अनूठी पहल की है। जिले की एक हजार एएनएम को विशेष एएनएम वर्क स्टेशन किट दी गई है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर डिस्ट्रिक मिनरल कोष की राशि से एक विशेष प्रकार का बैग तैयार किया है। जिसमें एएनएम के कार्य क्षेत्र से जुड़े सभी जरूरी चिकित्सीय जांच उपकरण व सेवाएं उपलब्ध हैं। नीले रंग का यह बैग वाटरप्रूफ है। जिसमें अलग-अलग कई खाने बने हुए हैं। इसके अंदर के अलग-अलग खाने में टोकेन बॉक्स, बीपी मशीन, सुगर जांच मशीन, हीमोग्लोबिन किट, वेट, फेटल डॉप्लर व दूसरे जरूरी सामान हैं। एएनएम इन उपकरणों का इस्तेमाल अक्सर ग्रामीण अथवा शहरी क्षेत्र में भ्रमण के दौरान गर्भवती व छोटे बच्चों की सेहत जांच के समय करती हैं। गुरुवार को जेपीएन अस्पताल के सभागार में आयोजित एक समारोह में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह शहरी क्षेत्र की 37 एएनएम को उक्त विशेष किट प्रदान किए। जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार में इस तरह का प्रयास करने वाला गया संभवत: पहला जिला है। इसके जरिए एएनएम अपने क्षेत्र में बेहतर तरीके से काम कर सकेंगी। इन सभी सामान को इकट्ठा कहीं भी अब ले जाने में सहूलियत होगी। साथ ही यह बैग अब जिले की एएनएम को एक विशेष पहचान भी दिलाएगी।

----------

समय से बच्चों का करवाएं टीकाकरण, स्वास्थ्य क्षेत्र में एएनएम की बड़ी जवाबदेही

-जिलाधिकारी ने कहा कि एएनएम का स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी भूमिका होती है। प्रसव से लेकर नियमित टीकाकरण व स्वास्थ्य जांच में इनका योगदान होता है। उन्होंने कहा कि सभी एएनएम बच्चों का समय से टीका लगवाने में ध्यान दें। उन्होंने कहा कि सभी एएनएम तक इस तरह का विशेष बैग पहुंचेगा। जिलाधिकारी ने जोर देते हुए कहा कि अब एएनएम की जवाबदेही है कि इस बैग का अच्छे से रख-रखाव करें। कार्यक्रम में आरपीएम पियूष रंजन ने कहा कि इस किट के माध्यम से एएनएम मातृ मृत्यु दर व शिशु मृत्यु दर को कंट्रोल करने में बेहतर तरीके से काम कर सकेंगी। मौके पर सिविल सर्जन डा. कमल किशोर राय, डीपीएम नीलेश कुमार, डीपीआरओ शंभु झा, उपाधीक्षक डा. चंद्रशेखर समेत अन्य अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी