Rohtas Crime: बिहार के रोहतास में एनसीसी कैडेट निकला लुटेरा, 1.28 लूट के बाद पुलिस ने दबोचा
डेहरी नगर थाना क्षेत्र में बुधवार रात बिना नंबर की अपाची बाइक सवार अपराधियों ने टायर एजेंसी के स्टाफ से डेढ़ लाख रुपये लूट लिए। पुलिस ने इस मामले में एनसीसी कैडेट समेत दो अपराधियों को दबोचा है। तीसरा अपराधी रुपये के साथ फरार है।
जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। डेहरी नगर थाना क्षेत्र के जमुहार स्थित बाबा गणिनाथ कॉलेज के पास बुधवार की देर रात पुरानी जीटी रोड पर बाइक सवार अपराधियों ने एक व्यवसायी के कर्मी को पिस्टल का भय दिखाकर एक लाख 28 हजार रुपये लूट लिए। पुलिस ने घटना के बाद देर रात सासाराम नगर थाना क्षेत्र के डिलिया गांव में छापेमारी कर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में प्रयुक्त अपाची बाइक भी जब्त कर ली गई है। इस घटना में पकड़ा गया एक अपराधी एनसीसी कैडेट है।
डेहरी थानाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता ने बताया कि स्थानीय नीलकोठी मोहल्ला का रहने वाला रुस्तम अंसारी टायर व्यवसाई टिंकू सरदार की टायर एजेंसी में कार्य करता है। बुधवार की रात वह पल्सर बाइक से सासाराम स्थित एक टायर एजेंसी से बकाया 1.28 लाख रुपये लेकर डेहरी लौट रहा था। बाबा गणिनाथ कॉलेज के समीप पीछा कर रहे अपाची बाइक सवार तीन अपराधियों ने घेरकर पिस्टल सटा दिया और पैसे छीन लिए। इसके बाद वे तीनों चंपत हो गए। घटना की सूचना रुस्तम ने पुलिस को दी। रुस्तम ने पुलिस को बताया कि तीनों अपराधी मुंह पर कपड़ा बांधे थे तथा घटना को अंजाम दे डेहरी की ओर भाग निकले।
एनसीसी के परेड कमांडर समेत दो गिरफ्तार
सूचना के बाद पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापामारी शुरू कर दी। थानाध्यक्ष ने बताया कि रात में ही सासाराम टाउन थाना क्षेत्र के डिलिया गांव में छापेमारी कर पुलिस ने एक अपराधी रंजन कुमार को गिरफ्तार किया। इस घटना में इस्तेमाल की गई ब्लू रंग की अपाची बाइक भी पुलिस ने जब्त कर ली। थानाध्यक्ष ने बताया कि रंजन की निशानदेही पर पुलिस ने सासाराम नगर थाना क्षेत्र के एसपी जैन कॉलेज के निकट डिलिया गांव के रामजीवन कुमार को दबोचा है। रामजीवन एनसीसी का कैडेट है। वह परेड कमांडर भी है । इस घटना में शामिल एक अन्य अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
ठंड में वारदात को आसानी से अंजाम दे रहे अपराधी
मालूम हो कि इन दिनों कुहासे और ठंड की वजह से शाम होते ही सड़कों व बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है। एकाध लोग ही नजर आते हैं। यह अपराधियों के लिए मुफीद मौसम बन गया है। वे आसानी से वारदात को अंजाम देने लगे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे समय में पुलिस की गश्ती बहुत जरूरी है। लेकिन ऐसा नहीं होने से अपराधियों का मनोबल ऊंचा है। अपराध होने के बाद पुलिस पहुंचकर बस कुछ कागजी खानापूर्ति कर लेती है।