रांची से आते समय बच्चे को होने लगी उल्टी तो नवादा में रोकनी पड़ी कार, फिर बंदरों ने किया ऐसा
रांची से लखीसराय कार से जा रहे एक परिवार के लिए नवादा में कार रोकना भारी पड़ गया। तीन वर्षीय बच्चे को उल्टी होने लगी तो रजौली में कार रोकने पर बंदरों ने हमला कर दिया। बच्चे को काटकर लहूलुहान कर दिया।
रजौली (नवादा), संवाद सूत्र। Monkey Attacked on Boy प्रखंड क्षेत्र के चितरकोली पंचायत के काराखूंट के पास बुधवार को दो बंदरों ने एनएच 31 सड़क पर एक कार में सवार तीन वर्षीय बच्चे पर हमला कर दिया। ऐन वक्त पर लोगों ने जुटकर बंदरों को भगाया। तब तक वह बच्चे को लहुलूहान कर चुका था। उसे अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। बच्चेे चेहरे, कान को बंदरों ने काटकर जख्मी कर दिया था। कार सवार लोग रांची से लखीसराय जा रहे थे।
कार रुकते ही उल्टी कर रहे बच्चे पर बंदरों ने किया हमला
बच्चे के नाना नवल किशोर सिंह ने बताया कि वे अपनी कार से रांची से लखीसराय जा रहे थे। उनके साथ उनका नाती लखीसराय निवासी स्व.राकेश कुमार का तीन वर्षीय पुत्र रोहित राकेश कुमार भी था। समेकित जांच चौकी से पहले काराखूंट के आसपास बच्चे को अचानक उल्टी होने लगी। इसके कारण चालक ने गाड़ी को सड़क के किनारे खड़ी कर दी। बच्चा उल्टी कर रहा था इसी दौरान दो बंदर वहां आ धमके। परिवार के लोगों की मौजूदगी में बच्चे पर हमला कर दिया।
लखीसराय जा रहा था परिवार
अचानक हुई इस घटना से परिवार के लोगों में अफरातफरी मच गई। जब तक परिवार के लोग और आसपास के लोग वहां पहुंचकर बंदरोंं को भगातेे बच्चा बुुुरी तरह जख्मी हो गया था। उसे आनन-फानन में अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। ड्यूटी में रहे डॉ धीरेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे का उपचार कर दिया गया है। बच्चे का ललाट बंदरों के तीखे दांतो एवं नाखून से जख्मी हो गया है। बच्चे कान को भी बंदरों ने नोच लिया। बताया जाता है कि कोडरमा से नवादा के बीच घने जंगल हैं। यहां बंदरों की संख्या काफी ज्यादा है। भालू भी कभी-कभार सड़क पर नजर आते हैं। कई बार बंदरों का झुंड खाने की तलाश में सड़क पर चला आता है। इस दौरान पूर्व में भी कई लोगों पर बंदर हमला कर चुके हैं।
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