अब पासपोर्ट बनवाने के लिए नहीं लगाना होगा थाने का चक्कर, सात दिन में वेरिफिकेशन कर देगी पुलिस
सभी थानों में एप के माध्यम से पासपोर्ट का वेरिफिकेशन शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि थानों से कैरक्टर वेरीफिकेशन कराने में 21 दिन से अधिक समय लग जाता था। एम पासपोर्ट पुलिस एप से 21 से कम दिनों में ही वेरिफिकेशन का काम पूरा हो जाएगा।
संवाद सहयोगी, डेहरी ऑनसोन (सासाराम)। जिले में पासपोर्ट बनवाने के लिए खुशखबरी है। अब एम पासपोर्ट एप से वेरिफिकेशन का काम होगा। रोहतास के सभी 36 थानों को एम पासपोर्ट पुलिस एप के लिए टैब उपलब्ध करा दिया गया है।
एसपी आशीष भारती के अनुसार जिले के सभी थानों में इस एप के माध्यम से पासपोर्ट का वेरिफिकेशन शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि थानों से कैरक्टर वेरीफिकेशन कराने में 21 दिन से अधिक समय लग जाता था। एम पासपोर्ट पुलिस एप से 21 से कम दिनों में ही वेरिफिकेशन का काम पूरा हो जाएगा। इससे आवेदकों को थाने का चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जाएगी।
उन्होंने बताया कि एसआइ खुद जाकर आवेदक के घर पहुंच कर टैब से वेरिफिकेशन करेंगे। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बनाने के लिए ऑनलाइन वेरिफिकेशन की व्यवस्था की गई है। जिला पुलिस को पासपोर्ट ऐप से वेरिफिकेशन के लिए आइडी और पासवर्ड भी प्राप्त हो गया है। सभी थानों में इस एप से पासपोर्ट वेरीफिकेशन का काम शुरू हो गया है।
विदित है कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नियम बदल गए हैं। वेरिफिकेशन के लिए पुलिस आपके घर नहीं आती थी। एसआइ स्तर के पदाधिकारी थानों की फाइल से सिर्फ अपराधिक रिकार्ड की जांच कर संबंधित का विवरण भेज देते थे। संपूर्ण देश के पुलिस जिलों को डिस्टल एकीकृत कर पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट के तहत विदेश मंत्रालय ने पुलिस सत्यापन को सुगम बनाया है। इस तरह पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करने में लगने वाले समय में काफी कमी आएगी। जानकारी के अनुसार 2015 में बिहार पुलिस में सत्यापन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 69 दिन लगते थे। क्रमशः साल दर साल कम करते हुए 2016 में 45, 2019 में 33, 2018 में 24 दिन तथा 2019 में 20 दिन तक लाया गया। गौरतलब है कि पटना के थानों में एम पासपोर्ट एप से वेरिफिकेशन की प्रक्रिया दो साल पहले ही शुरू कर दी गई थी।