अब राशनकार्ड धारियों को नहीं मिलेगा अक्‍टूबर का अनाज, पॉस मशीन लॉक होने से हुई समस्‍या

गया जिले के गुरारू प्रखंड के राशनकार्ड धारियों को अक्‍टूबर महीने का अनाज मिलने पर संकट उत्‍पन्‍न हाे गया है। पॉस मशीन लॉक होने के कारण ऐसी स्थिति हुई है। लेकिन प्रशासन इस अोर से बेखबर बना हुआ है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:36 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 06:36 AM (IST)
अब राशनकार्ड धारियों को नहीं मिलेगा अक्‍टूबर का अनाज, पॉस मशीन लॉक होने से हुई समस्‍या
जनवितरण उपभोक्‍ताओं को नहीं मिल रहा अनाज। जागरण आर्काइव

जेएनएन, गया। जिले के गुरारु प्रखंड के सैकड़ों राशनकार्डधारियों को अब तक अक्टूबर महीने का अनाज नहीं मिल सका है। हालांकि अब शायद यह मिलेगा भी नहीं। क्‍योंकि जनवितरण प्रणाली की सिस्टम की गड़बड़ी के कारण ऐसी नौबत आ गई है । क्‍योंकि विलंब से डीलरों को अनाज मिला बावजूद पॉस मशीन बंद कर दी गई। इस कारण अनाज रहने पर भी उसका वितरण नहीं किया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक राशनकार्ड धारी को प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो सरकारी अनाज जन वितरण प्रणाली की दुकानों से मिलता है । लाॅकडाउन के कारण नवंबर माह तक प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अनाज प्रत्येक राशनकार्ड धारी को मुफ्त दिए जाने की घोषणा की गई थी। अनाज की प्राप्ति के लिए प्रत्येक राशनकार्ड धारी को जन वितरण प्रणाली की दुकानों में पाॅस मशीन के माध्‍यम से यह अनाज दिया जाता है। गौरतलब है कि यह पाॅस मशीन अनाज वितरण के लिए प्रत्येक माह में एक निश्चित अवधि तक ही चालू रहता है । उसके बाद यह लाॅक हो जाता है । 

26 नवंबर को ही लॉक हो गया पीओएस मशीन

अब बात सिस्‍टम की। स्थिति ऐसी है कि सिस्टम की गड़बड़ी के कारण सभी को यह सरकारी अनाज एक माह बिलंव से मिलता आ रहा है । इस कारण अक्टूबर माह का अनाज नवंबर माह में मिलना था। लेकिन पाॅस मशीन 26 नवंबर को बंद हो गया । जबकि प्रखंड के कई जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों ने 25, 26 व 27 नवंबर को वितरण के लिए अनाज का उठाव किया है। ऐसे दुकानदार अब मशीन बंद हो जाने की वजह से अक्टूबर माह के अनाज का वितरण नहीँ कर पा रहे हैं । वहीं दर्जनों ऐसे जन वितरण विक्रेता भी हैं । जो अनाज का वितरण शुरू कर चुके थे । लेकिन मशीन बंद हो जाने से बड़ी संख्या में कार्डधारी को वे अनाज नहीँ दे पाए । अनाज नहीं मिलने के कारण उपभोक्‍ताओं में निराशा के साथ नाराजगी है। उनका कहना है कि प्रशासन के संज्ञान में सबकुछ होता है बावजूद इसका दंश तो हम लोगों को ही झेलना पड़ रहा है।

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