अब विद्यालयों के प्रमुख स्थानों पर लिखा होगा चाइल्‍ड हेल्‍पलाइन का नंबर, जरूरत पर ले सकेंगे मदद

कैमूर जिले के सरकारी या निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को आपातकालीन स्थिति में अब सहायता के लिए शिक्षा विभाग के स्तर से एक नई पहल की गई है। इस पहल से बच्चों को किसी भी संकट के समय तत्काल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 03:06 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 03:06 PM (IST)
अब विद्यालयों के प्रमुख स्थानों पर लिखा होगा चाइल्‍ड हेल्‍पलाइन का नंबर, जरूरत पर ले सकेंगे मदद
भभुआ के स्‍कूलों की दीवार पर लिखा होगा चाइल्‍ड हेल्‍पलाइन का नंबर। जागरण।

जागरण संवाददाता, भभुआ। कैमूर जिले के सरकारी या निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को आपातकालीन स्थिति में अब सहायता के लिए शिक्षा विभाग के स्तर से एक नई पहल की गई है। इस पहल से बच्चों को किसी भी संकट के समय तत्काल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।

बीते दिनों जिला परिषद की हुई बैठक में इसके लिए निर्णय लिया गया। जिसमें प्रत्येक सरकारी या निजी विद्यालयों के प्रमुख स्थानों पर चाइल्ड लाइन नंबर प्रदर्शित किया जाएगा। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के सभी प्राथमिक, मध्य सरकारी व निजी विद्यालयों में चाइल्ड लाइन टोल फ्री नंबर 1098 प्रदर्शित किया जाएगा। यह नंबर सरकारी व निजी विद्यालयों के प्रमुख स्थानों की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा। ताकि कोई भी बच्चा संकट के समय में इसे सुगमता पूर्वक उपयोग कर सकें।

इस संबंध में सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। सभी बीईओ को कहा गया है कि चाइल्डलाइन टोल फ्री नंबर के बारे में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को जानकारी दी जाए। बता दें कि चाइल्ड लाइन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रायोजित आपातकालीन आउटर चीफ फोन सेवा है जो आपातकालीन संकटग्रस्त स्थिति में बच्चों की सहायता के लिए तात्कालिक एवं दीर्घकालीन सेवा प्रदान करती है। इसके लिए चाइल्डलाइन टोल फ्री नंबर 1098 जारी किया गया है।

इस संबंध में पूछे जाने पर डीईओ सूर्यनारायण ने कहा कि विद्यालयों के प्रमुख स्थानों की दीवारों पर उक्त नंबर को प्रदर्शित करने के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है। सभी बीईओ अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी व निजी विद्यालयों के एचएम से नंबर को प्रदर्शित कराना सुनिश्चित कराएंगे। बता दें कि विद्यालयों में चाइल्डलाइन नंबर के प्रदर्शित हो जाने से बच्चों को कई तरह की सुविधा होगी। बच्चों को इस नंबर के बारे में जानकारी होने पर वे किसी भी संकट के समय में प्रशासन को जानकारी देकर कोई भी सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

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