Magadh University में सुधार के संकेत नहीं, छात्रों के नामांकन के बीत गए दो वर्ष, अब तक नहीं हुई परीक्षा

मगध विश्वविद्यालय एवं एसएनएस कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का नतीजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। न छात्रों की परीक्षा हो रही है और न ही समय पर परिणाम जारी किया जा रहा है। छात्रों को भविष्य बर्बादी के कगार पर आ गया है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 12:56 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 12:56 PM (IST)
Magadh University में सुधार के संकेत नहीं, छात्रों के नामांकन के बीत गए दो वर्ष, अब तक नहीं हुई परीक्षा
मगध यूनिवर्सिटी गया के रवैये से छात्र नाराज। जागरण आर्काइव।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। मगध विश्वविद्यालय एवं एसएनएस कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का नतीजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। न छात्रों की परीक्षा हो रही है और न ही समय पर परिणाम जारी किया जा रहा है। हजारों छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। महाविद्यालय में संचालित एमबीए विभाग के छात्रों को भविष्य बर्बादी के कगार पर आ गया है।

छात्रों ने वर्ष 2019 में एमबीए में नामांकन लिया था। 2021 में कोर्स पूरा हो जाना था। यह चार सेमेस्टर का कोर्स है परंतु अभी तक एक सेमेस्टर का भी परीक्षा नहीं हो सका है। यहां तक कि अभी तक परीक्षा फॉर्म भी नहीं भरा गया है। इससे साफ स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय व महाविद्यालय प्रशासन छात्रों का भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। अगर यही स्थिति रहा तो दो वर्ष का कोर्स चार वर्ष में भी पूरा नहीं हो सकेगा।

क्या कहते हैं छात्र-छात्राएं

समय की हो रही बर्बादी : गाजिया

छात्रा गाजिया रिफत ने बताया कि 2019 में नामांकन लिए। परंतु अभी तक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हुई। समय का बर्बादी हो रहा है। इसको कोई देखने वाला नहीं है। न तो कॉलेज सुन रहा और न ही विश्वविद्यालय।

प्लेसमेंट में होगी परेशानी: ममता

छात्रा ममता कुमारी ने बताया कि सत्र में देरी होने का खामियाजा हम सभी को भुगतना पड़ेगा। प्लेसमेंट में काफी परेशानी होगी। यह सब देखते भी भी प्राचार्य के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

नहीं मिल सकी नौकरी : अभिषेक

छात्र अभिषेक आनंद ने कहा कि दो वर्ष बर्बाद हो जाने के कारण अब तक नौकरी नहीं मिल पाई है। अभिभावक यही सोचकर पढ़ाए थे कि मैं एक दिन अपने पैरों पर खड़ा हो जाऊंगा। लेकिन अभी भी घर के बोझ बन कर बैठा हूं।

प्राचार्य नहीं ले रहे रुचि : अभिरंजन

छात्र अभिरंजन कुमार ने बताया कि एमबीए के इस सत्र में नामांकित छात्र परीक्षा फॉर्म भरने एवं परीक्षा लेने के लिए कई बार प्राचार्य को बताया। परंतु अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई। छात्र की परेशानियों का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है।

सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वेद प्रकाश चतुर्वेदी ने कहा कि दो बार कोरोना महामारी एवं अन्य तकनीकी परेशानियों के कारण परीक्षा सत्र में देर हुई है। छात्रों को परेशानी हुई है। परीक्षा एवं परिणाम को लेकर जल्द ही विश्वविद्यालय जाकर इसका समाधान करेंगे। छात्रों को कोई परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

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