इस वित्तीय वर्ष में किसी के पास नहीं मिला लाइसेंस, फिर भी कैमूर में हर जगह पर बिक रहा बालू और गिट्टी

कैमूर जिले के 11 प्रखंडों में बालू व गिट्टी की दुकानें धड़ल्ले से चल रही है। लोगों से मनमाने कीमत पर बालू व गिट्टी बेचा जा रहा है। जिले में करीब 100 से अधिक बालू की दुकान है। लेकिन किसी ने इस साल के लिए लाइसेंस नहीं लिया है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 04:02 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 04:02 PM (IST)
इस वित्तीय वर्ष में किसी के पास नहीं मिला लाइसेंस, फिर भी कैमूर में हर जगह पर बिक रहा बालू और गिट्टी
कैमूर में किया जा रहा बालू का भंडारण। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सहयोगी, भभुआ। कैमूर जिले के 11 प्रखंडों में बालू व गिट्टी की दुकानें धड़ल्ले से चल रही है। लोगों से मनमाने कीमत पर बालू व गिट्टी बेचा जा रहा है। जिले में करीब 100 से अधिक बालू की दुकान है। लेकिन, किसी ने इस साल के लिए लाइसेंस नहीं लिया है। बिना लाइसेंस ही जिले में बालू बेचा जा रहा है।

बिहार खनिज अधिनियम 2019 के नियमों का उल्लंघन करते हुए बालू का भंडारण कर बेचा जा रहा है। जबकि ऐसा करना नियम के तहत गलत है। पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के 62 दुकानदारों को खनन विभाग ने लाइसेंस दिया था। इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में बालू के भंडारण तथा विक्रय के लिए किसी को लाइसेंस प्राप्त नहीं है।

लाइसेंस लिए अभी मात्र तीन ने आवेदन किया है। लेकिन लाइसेंस किसी को मिला नहीं है। बता दें कि जिला में खनन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस तथा परिवहन विभाग संयुक्त रूप से अभियान चलाकर बालू के भंडारण करने वालों पर कार्रवाई कर रहा है। इस कार्रवाई से बालू के व्यवसायियों में हड़ंकप मच गया है। दुकानों के ताला लटकने लगा है।

गौरतलब हो कि जिले में कई पहाड़ी नदियां है। लेकिन बरसात के दिनों में उसमें लगातार पानी चलता रहता है। गर्मी के मौसम में नदियों के पानी सूखने के बाद पहाड़ी क्षेत्रों से बहते हुए थोड़ा बालू आता है। तो आसपास के गांव के लोग उस बालू को ट्रैक्टर के माध्यम से घर ले आते हैं। लेकिन जिले में बालू के लिए कोई घाट नहीं है। जिले में बालू औरंगाबाद के बारूण से आता है। जिसके बाद दुकानदार भंडारण कर के विक्रय करते हैं।

विक्रय करने के लिए लाइसेंस लेना होता है। जबकि अभी तक मात्र तीन ने ही आवेदन किया है। जबकि जिले के हर प्रखंड में करीब बालू विक्रय के लिए दस से अधिक दुकानें है। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला खनन पदाधिकारी नितिन रोशन ने बताया छापेमारी अभियान चल रहा है। छापेमारी में बालू का अवैध भंडारण पकड़े जाने पर संबंधित दुकानदारों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।

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