तीन दिन से ज्‍यादा पुरानी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर पश्चिम बंगाल में नो इंट्री, कड़े नियम से घटे रेलयात्री

पश्चिम बंगाल में बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के इंट्री नहीं दिए जाने से ट्रेनों में यात्रियों की संख्‍या में गिरावट आ गई है। यह रिपोर्ट भी 72 घंटे से ज्‍यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। बिना रिपोर्ट पहुंचने वाले को वहां क्‍वारंटाइन कर दिया जा रहा है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 10:09 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 10:09 AM (IST)
तीन दिन से ज्‍यादा पुरानी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर पश्चिम बंगाल में नो इंट्री, कड़े नियम से घटे रेलयात्री
गया जंक्‍शन पर खड़ी गया-हावड़ा स्‍पेशल ट्रेन। जागरण

सुभाष कुमार, गया। कोरोना की वजह से रेलयात्रियों की संख्‍या काफी कम हो गई है। खासकर पश्चिम बंगाल (West Bengal) जाने वाली ट्रेन में यात्रियों की संख्‍या में काफी गिरावट आई है। इसका कारण पश्चिम बंगाल में कोरोना को लेकर कड़े नियम को बताया जा रहा है। दरअसल संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए वहां आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट (RTPCR Report) अनिवार्य कर दी गई है।खास बात यह कि यह रिपोर्ट तीन दिन से ज्‍यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। इस रिपोर्ट के साथ नहीं जाने वाले को वहां क्‍वारंटाइन कर दिया जा रहा है।      

रहती थी लंबी वेटिंग लिस्‍ट, अब यात्रियों की कमी  

रविवार को गया जंक्शन से गया-हावड़ा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन के रूप में प्रत्येक दिन की तरह हावड़ा के लिए रवाना हुई। लेकिन इसमें अधिकांश यात्रियों के पास आरटीपीसीआर की जगह रैपिड एंजीजेन की रिपोर्ट थी। इसी प्रकार गया जंक्शन गुजरने वाली जोधपुर-हावड़ा कोविड़ स्पेशल, योगनगरी-हावड़ा स्पेशल ट्रेन, कालका-हावड़ा मेल समेत अन्य हावड़ा जाने वाली ट्रेनों से लोगों का सफर करना मुश्किल हो गया है। मुख्य आरक्षण सुपरवाइजर शक्तिमान टोप्‍पो ने कहा कि हावड़ा जाने वाली ट्रेनों पर लॉकडाउन के साथ आरटीपीसीआर की निगेटिव जांच रिपोर्ट के कारण आरक्षण पर प्रभाव पड़ा है। गया से गुजरने वाली हावड़ा की ट्रेनों में यात्रियों को आरक्षण मिलना मुश्किल होता था। लेकिन अब सीटें खाली जा रही हैं।  

आरटीपीसीआर रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा न हो पुरानी

रेलवे बोर्ड से जारी कर आदेश का पालन कराने को कहा गया है। अगर यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी है तो इसे नहीं माना जाएगा। आदेश में पश्चिम बंगाल में दाखिल होने वाले लोगों को सात दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना होगा। होम आइसोलेशन के दौरान बुखार, खांसी-सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होती है तो नजदीक के कोविड केंद्र जाना होगा।  रेल यात्रियों के सुविधा को लेकर गया जंक्शन पर बंगाल में आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर उद्घोषणा कराई जा रही है। ताकि यात्रियों को परेशानी न हो। 

मास्क पहनने और शारीरिक दूरी पालन करने की अपील

गया जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों से सफर कर रहे यात्रियों एवं रेलवे स्टेशन पर ठीक से मास्क पहनें की अपील की जा रही है। रेल यात्रियों को रेलवे परिसर में उचित शारीरिक दूरी बनाकर रखने को कहा जा रहा है। नए नियम से गया के अलावा बिहार के यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, गया में कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट मिलने में लोगों को 72 घंटे लग जा रहे हैं। 

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