मानपुर से अपहृत दिहाड़ी मजदूर का चौथे दिन भी नहीं मिला सुराग
गया। अबगिला पहाड़तल्ली से अपहृत दिहाड़ी मजदूर लापो कहार का चौथा दिन भी कोई सुराग नहीं मि
गया। अबगिला पहाड़तल्ली से अपहृत दिहाड़ी मजदूर लापो कहार का चौथा दिन भी कोई सुराग नहीं मिला। पत्नी सुनीता देवी गोद में दूधमुंही बच्चा लिए पति के आने की आशा में दरवाजे पर बैठी है। जो भी जाते उनके समक्ष आंसू बहाते हुए पति को वापस लाने की फरियाद करती। लेकिन उसके दुख को समाधान करने की पहल अभी तक किसी ने नहीं की। पुलिस वाले आते और लापो कहार को सकुशल लाने की बात पत्नी सुनीता से कहकर चले जाते। जाप के नेता राजीव कुमार कन्हैया मंगलवार को अपहृत मजदूर के स्वजनों से मिले। पत्नी सुनीता को आर्थिक मदद करते हुए कहा कि पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों से बात करेंगें। अगर बुधवार तक अपहृत मजदूर वापस नहीं लौटा तो चरण वध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। ऐसे हुआ मजदूर का अगवा
दिहाड़ी मजदूर लापो कहार एक कमरे वाले मकान में पत्नी व चार बच्चों के साथ कई साल से रह रहा था। शनिवार की संध्या मजदूरी कर लापो वापस घर लौटा था। पत्नी व बच्चे मिटी के चूल्हे में लकड़ी जलाकर भोजन बना रहे थे। वहीं लापो ठंड से बचाव के लिए बोरसी भर रहा था। इसी बीच हथियारों से लैस आधे दर्जन अपराधी वहां पहुंचे। उन लोगों ने एक व्यक्ति का घर बताने की बात कही। लापो की पत्नी ने उक्त व्यक्ति का घर मालूम नहीं होने की बात कही। उसके बाद लापो को पकड़कर अपराधियों ने अपने साथ लेकर स्लीपर फैक्ट्री की ओर चल दिए। इसके पूर्व अपहरण कर्ताओं के चंगुल ये मुक्त कराने की गुहार पत्नी ने काफी लगाई। लेकिन अपहरणकर्ताओं ने लापो को मुक्त नहीं किया। तीन दिन से नहीं जला चूल्हा
सुनीता ने बताया कि पति मजदूरी करके लाते थे तब जाकर घर चूल्हा जलता था। हथियारों से लैंस रहे अपराधियों ने तीन दिन पूर्व पति का अगवा कर लिया। हमारे घर में खाने की सामग्री नहीं है। जिसके वजह तीन दिन से चूल्हा नहीं चला है। मोहल्ले वासियों को दया आती तो कुछ खाने को दे देते , जिससे बच्चों का किसी तरह गुजारा हो रहा है। बता दें कि सुनीता के गोद में एक दूधमुंही बच्चा है। सुनीता को भोजन नहीं मिलने के कारण मां की दूध के लिए बच्चा व्याकुल है। पहचान के बाद भी नहीं पकड़ा गया अपहरणकर्ता
अपहृत की पत्नी सुनीता ने पुलिस के समक्ष अपहरणकर्ताओं का नाम बताई। उन लोगों पर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई। लेकिन पुलिस चार दिन बाद भी अपहरण कर्ताओं के चंगुल से अपहृत लापो को मुक्त नहीं कराई। जिसको को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस सक्रिय होती तो अब तक लापो घर लौटा हुआ रहता।
---------------------------- पहाड़तल्ली के समीप से अपहृत लापो कहार को सकुशल बरामदी के लिए पुलिस जुटी है। कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिले हैं। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बहुत जल्द ही अपहृत लापो को मुक्त करा लिया जाएगा।
रूपेश कुमार सिन्हा थानाध्यक्ष मुफ्फसिल