न तो सूर्य देवता दर्शन दिए, कड़ाके की ठंड में ठिठुर रही 'जिदगी'

गया। बर्फीली हवा से कनकनी बढ़ गई है। रविवार को दिनभर सूर्य देवता ने दर्शन नहीं दिए। दिन के दस बजे तक लोग घरों में दुबके रहे। एक तो कड़कड़ाती ठंड वहीं दूसरी तरफ रविवार का दिन। लोगों ने बेवजह घरों से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझा। ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है। किसान एवं मजदूर घर से नहीं निकल रहे हैं। धूप नहीं निकलने के कारण ठंड का असर अधिक बढ़ गया है। रविवार को जिले का न्यूनतम तापमान 5.7 एवं अधिकतम 21 डिग्री रहा। आकाश में बादल छाए रहने एवं घने कोहरे के कारण ठंड की मार अधिक हो गई है। ठंड के कारण बाजार में सन्नाटा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 06:02 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 06:02 PM (IST)
न तो सूर्य देवता दर्शन दिए, कड़ाके की ठंड में ठिठुर रही 'जिदगी'
न तो सूर्य देवता दर्शन दिए, कड़ाके की ठंड में ठिठुर रही 'जिदगी'

गया। बर्फीली हवा से कनकनी बढ़ गई है। रविवार को दिनभर सूर्य देवता ने दर्शन नहीं दिए। दिन के दस बजे तक लोग घरों में दुबके रहे। एक तो कड़कड़ाती ठंड, वहीं दूसरी तरफ रविवार का दिन। लोगों ने बेवजह घरों से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझा। ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है। किसान एवं मजदूर घर से नहीं निकल रहे हैं। धूप नहीं निकलने के कारण ठंड का असर अधिक बढ़ गया है। रविवार को जिले का न्यूनतम तापमान 5.7 एवं अधिकतम 21 डिग्री रहा। आकाश में बादल छाए रहने एवं घने कोहरे के कारण ठंड की मार अधिक हो गई है। ठंड के कारण बाजार में सन्नाटा रहा।

चार दिनों से ठंड की स्थिति भयावह होती जा रही है। यूं कह लीजिए ठंड आमजन पर सितम ढा रहा है। दुकानदारों ने अपनी दुकानें देर से खोली। रमेश चौक के पास स्थित जिला परिषद बाजार के दुकानदार मो. अली, संजय कुमार एवं राजा ने बताया कि 11 बजे के बाद दुकान खोली है। घर से निकलने की इच्छा नहीं हो रही थी। रजाई एवं कंबल से बाहर नहीं निकल रहे हैं। मजदूर नहीं मिलने से गेहूं का पटवन प्रभावित

ठंड के कारण किसानों का कार्य प्रभावित है। गेहूं की सिचाई करने के साथ किसान खलिहान से धान को घर में लाने में लगे हैं। बर्फीली हवा से जारी ठंड के कारण दो दिनों से किसानों का कार्य प्रभावित है। कुटुंबा के किसान अरविद सिंह एवं ओबरा जगदीशपुर के रघुवीर सिंह ने बताया कि ठंड के कारण मजदूर घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। गेहूं का पटवन करना जरूरी है, परंतु मजदूर के न आने से काम प्रभावित है। ओबरा प्रखंड के पिसाय गांव के किसान बरुण पांडेय, रामानुज पांडेय एवं खुदवां के सुदामा शर्मा ने बताया कि ठंड से किसानी कार्य प्रभावित है। खलिहान में धान रखा हुआ है। आकाश में बादल छाए हुए हैं, बारिश कब हो जाएगी। कहा नहीं जा सकता है। अगर यही हालात दो-चार दिन और रहा तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी। गेहूं का पटवन जरूरी है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनुप कुमार ने बताया कि मौसम को देखते हुए किसान भाइयों रबी फसल में नमी बनाए रखने के लिए सिचाई जरूरी है। पशुओं को ठंड से बचाएं एवं ताजा पानी पिलाएं। अगले चार दिनों में तापमान में होगा गिरावट

कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार दुबे ने बताया कि 18 से 22 जनवरी तक आसमान साफ रहेगा। परंतु तापमान में गिरावट आएगी। अधिकतम तापमान 18 से 22 एवं न्यूनतम 6.5 से 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 19 एवं 20 जनवरी को अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में थोड़ा वृद्धि होगा। डॉ. अनूप ने बताया कि आसमान में बादल नहीं रहने से कुहासा रह सकता है। 6 से 7 किलोमीटर की गति से पछुआ हवा चलने की संभावना है।

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