पांच वर्षों से आतंक फैलाने वाला नक्सल सब जोनल कमांडर संजय सिंह भोक्ता ने डाल दिए हथियार
सब जोनल कमांडर ने कहा कि नक्सली संगठन तामझाम दिखाकर युवाओं को शामिल करा लेते हैं लेकिन वह कोई भी आश्वासन को पूरा नहीं करता है। ना तो उन्हें मानदेय मिलता है ना किसी प्रकार का सहयोग और ना ही परिवार से मिलने किया जाता है।
जागरण संवाददाता, गया। 159 बटालियन सीआरपीएफ कैंप में सोमवार को आत्मसमर्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें पांच वर्षों तक गया और औरंगाबाद में आतंक फैला चुका संजय सिंह भोक्ता उर्फ राकेश ने आत्मसमर्पण किया। सब जोनल कमांडर ने कहा कि नक्सली संगठन तामझाम दिखाकर युवाओं को शामिल करा लेते हैं लेकिन वह कोई भी आश्वासन को पूरा नहीं करता है। ना तो उन्हें मानदेय मिलता है ना किसी प्रकार का सहयोग और ना ही परिवार से मिलने किया जाता है। पूरा जीवन कष्ट में कटता है। बराबर दुर्व्यवहार और पक्षपात का आरोप भी संगठन में लगाया जाता है। इससे ऊब कर समाज के मुख्यधारा में शामिल होने का विचार आया। यही सोच कर आत्मसमर्पण किए हैं।
संजय ने बताता है कि पुलिस के लगातार नाकेबंदी और सर्च अभियान से जीवन को खतरा था इसलिए पुलिस के पहल पर आत्मसमर्पण किए हैं। पिछले 5 वर्ष तक नक्सली संगठन में सब जनरल के रूप में काम कर चुके हैं। गया और औरंगाबाद में कई बड़े वारदात को अंजाम दिए हैं इसमें वर्ष 2018 में आमस थाना अंतर्गत चौकीदार राजेश्वर पासवान ग्राम रेगनिया की हत्या किए थे । इसी तरह डुमरिया में नवंबर 2018 को 205 कोबरा बटालियन की परिचालन टुकड़े के साथ अभियान के दौरान मजहरी थाना डुमरिया में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शामिल था। इसी माह रोशन गंज थाना क्षेत्र के रहने वाले उपेंद्र साहू को पुलिस मुखबिरी बता कर हत्या की घटना में शामिल था। वर्ष 2019 फरवरी माह में औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पचरुखिया के जंगली क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईडी लास्ट में 205 कोबरा के ऊपरी जीडी रोशन लाल शहीद हुए थे । इसके अतिरिक्त देव थाना के जुलाई 2019 में संजय नामजद आरोपी था। सीमा क्षेत्र में सतनंदिया नाला के पास 205 कोबरा बटालियन नक्सली मुठभेड़ में भी शामिल था जिसमें भाकपा माओवादी का बड़ा बयान जोनल कमांडर के साथ दो हार्डकोर नक्सली को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था और भारी मात्रा में 7 आधुनिक हथियार बरामद किया गया था।
समर्पण समारोह में हेमंत प्रियदर्शी पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ अमित लोढ़ा पुलिस महानिरीक्षक मगध क्षेत्र संजय कुमार पुलिस उपमहानिरीक्षक सीआरपीएफ निखिल कुमार कमांडेंट सीआरपीएफ दिलीप कुमार श्रीवास्तव कमांडेंट 205 कोबरा उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने आत्मसमर्पण करने वाले संजय को अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर समाज के मुख्यधारा में स्वागत किया। अधिकारियों ने कहा समाज से भटके नौजवान जो मुख्यधारा से अलग होकर नक्सलियों का साथ दे रहे हैं।वह सभी हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज के मुख्यधारा में शामिल हो अपने परिवार और समाज का विकास करें। जिसके लिए बिहार पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सदैव तत्पर है आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को केंद्र व राज्य सरकार से समुचित सहायता देने का भी आश्वासन दिया गया।