Nawada News: नवादा में ग्रामीणों को कोरोना वायरस ने नहीं टीका से लग रहा ड़र, वैक्‍सीनेशन टीम से कर रहे दुर्व्‍यवहार

Nawada News नवादा में वैक्‍सीन लगवाने की सलाह पर ग्रामीण झगड़ा करने पर उतारू हो जा रहे हैं। जब कुछ जन‍ प्रतिनिधियों ने खुद टीका लगवाकर समझाया तो जवाब मिला- हमें कोरोना से नहीं टीका से ड़र है। यहां अफवाहों के कारण टीकाकरण अभियान कमजोर पड़ने लगा है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 11:24 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 11:55 AM (IST)
Nawada News: नवादा में ग्रामीणों को कोरोना वायरस ने नहीं टीका से लग रहा ड़र, वैक्‍सीनेशन टीम से कर रहे दुर्व्‍यवहार
वैक्‍सीन लगाने को लोगो का इंतज़ार करते मोबाइल टीकाकर्मी टीम, जागरण फोटो।

वारिसलीगंज (नवादा), जागरण संवाददाता। वारिसलीगंज प्रखंड के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में अधिकाधिक लोगो को कोविड 19 का टीका लगाने के लिए मोबाइल वैक्सीनेशन टीम क्षेत्र में घूम रही है। मगर काफी इंतज़ार बाद भी लोग टीका लेने  नहीं पहुंच रहे हैं। यहां तक कि लोग जनप्रतिनिधियों की बात भी नहीं सुन रहे। स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों द्वारा समझाने का प्रयास करने पर उनसे झगड़ा करने पर उतारू हो जा रहे हैं। ग्रामीणों का साफ कहना कि हमें कोरोना वायरस से नहीं टीके से ड़र लगता है। वारिसलीगंज पीएचसी की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी  डॉ. आरती अर्चना ने बताया कि कोविड 19 का टीकाकरण की शुरुआत में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों में टीकाकरण तक लोगो में काफी जोश रहा। इस क्रम में 60 वर्ष से ऊपर की महिला-पुरुषों ने भी टीकाकरण कराया। परंतु बाद में कई प्रकार की अफवाहों के कारण टीकाकर्मी और एएनएम को एक-एक व्यक्ति के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवाने के लिए लोगों को घर-घर बुलाने जाते हैं तो उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता है।

अफवाहों के कारण कमजोर पड़ रहा टीकाकरण अभियान

यूनीसेफ के राजीव कुमार सुमन ने बताया कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। कोराना वायरस से बचाव के लिए बिना किसी भ्रम में पड़े टीका लगवाना चाहिए। कोरोना वायरस से लड़ाई में भले ही टीकाकरण को प्रमुख हथियार माना जा रहा है। लेकिन ग्रामीण व शहरी  इलाकों में भी फैली अफवाहों और भ्रांतियों के कारण अभियान कमजोर पड़ रहा है। टीकाकरण के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने के सरकारी प्रयास धरातल पर काम करते नहीं दिख रहे हैं। यही वजह है कि टीकाकरण के बाद बीमार पड़ने और मौत होने की अफवाह जागरूकता अभियान पर भारी पड़ रही हैं।

मुखिया की बात भी नहीं मान रहे ग्रामीण

ग्रामीण अपने मुखिया की बात मानने को भी तैयार नहीं हैं। न ही कोई जनप्रतिनिधि ही इसमें रुचि ले रहे हैं। यहां तक कि टीकाकरण के लिए कहने पर गांव में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों से लोग झगड़े पर भी उतारू हो जाते हैं।  जबकि नगर परिषद  कर्मी, आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका भी जागरूकता की कारण दूसरा डोज लेने से परहेज कर रहे हैं।

समझाने पर मात्र दस लोगों ने लिया टीका

उत्तर बाजार देवी स्थान  के रहने वाले ओम प्रकाश मेहता बताते हैं, की मंगलवार को वार्ड 15 के सामुदायिक भवन के पास जब स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल वैक्सीनेशन टीम आई, तब लोग डरने लगे थे।  हम लोगों ने उनके सामने टीका लगवाया, बावजूद लोग डरे हुए थे। लोगों का कहना था कि कोरोना से नहीं बल्कि टीके से ही डर लगता है। लेकिन अधिकारियों और स्वास्थकर्मी ने समझाया तो कुछ लोग टीका लगवाने को तैयार हो गए।  हालां‍कि अभी भी बहुत से लोगों ने टीका नहीं लगवाया है। दिन भर मोबाइल वैक्सीनेशन के कर्मी सामुदायिक भवन कोयरी टोला में  इंतज़ार किया। आंगनवाड़ी सेविका व आशा  कार्यकर्ता संजू रानी के सहयोग से लोगों  को बुलाने की मेहनत भी बेकार गयी।  शाम 4 बजे शाम तक मात्र 10 लोगो का टीकाकरण हो सका। इससे पता चलता है कि लोगों के बीच जागरूकता जीरो है। अभी भी उक्त वार्ड समय क्षेत्र के 70 फीसदी लोग टीका नहीं ले सके हैं।

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